Chhindwara News: भाजपा में जाने की अटकलों को लेकर कमलनाथ ने मीडिया पर निकाली भड़ास, बोले- आप ही चलाते हो

Rashtrabaan

छिंदवाड़ा,राष्ट्रबाण। 17 से 19 फरवरी तक चली दलबदल की अटकलों के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ मंगलवार को पहली बार छिंदवाड़ा पहुंचे। भाजपा में जाने की अटकलों पर जब मीडिया ने उनसे पूछा- ‘अटकलों पर कब विराम लगेगा? जवाब में कमलनाथ ने कहा, ‘ये आप लोग ही कह रहे हैं। मेरे मुंह से कभी सुना। कोई इशारा हुआ। आप ही चलाते हो, फिर मुझसे पूछते हो। पहले आप चलाना बंद कीजिए। खंडन करने के बीत पर कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि पहले आप लोग खंडन करें। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ पिछले 10 दिन पहले दिल्ली चले गए थे, तब कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों ने जोर पकड़ लिया था। मीडिया में लगातार कमलनाथ के करीबी नेता बयान दे रहे थे कि कांग्रेस में उनकी उपेक्षा हो रही है, उन्हें भाजपा में चले जाना चाहिए। कमलनाथ के कई समर्थकों ने भी इशारा किया था कि कुछ बड़ा होने वाला है, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी से बातचीत के बाद कमलनाथ ने संभवतः यह फैसला टाल दिया था। ऐसे में मंगलवार को पूर्व सीएम कमलनाथ अपने 5 दिवसीय दौरे पर छिंदवाड़ा पहुँचे हैं। मीडिया से चर्चा के पहले ईमलीखेड़ा हवाई पट्टी पर बड़ी संख्या में उपस्थित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व आमजन ने कमलनाथ का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। पुष्पहार और पुष्प गुच्छ भेंट कर आत्मीय स्वागत करते हुये वरिष्ठ नेताओं ने श्री नाथ की अगवानी की।

- Advertisement -

लोकसभा के लिये प्रत्याशियों के नामों पर करेंगे मंथन:

मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का अपने पांच दिनी प्रवास पर छिन्दवाड़ा पहुँचे हैं। आगमन उपरांत पूर्व सीएम कमलनाथ ने ईमलीखेड़ा हवाई पट्टी पर उपस्थित मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुये कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के नामों पर अभी मंथन कर रही है, जल्द ही उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम निर्णय लेकर नाम घोषित किये जायेंगे। प्रदेश की भाजपा सरकार के द्वारा लगातार कर्ज लिये जाने के प्रश्न के प्रत्युत्तर में पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि पूरा प्रदेश कर्ज में चल रहा है यह बात किसी से छिपी नहीं है। ओलावृष्टि से प्रभावित हुई रबी की फसलों को लेकर उन्होंने कहा कि भोपाल पहुंचते ही वे इस विषय पर मुख्यमंत्री से चर्चा कर किसानों के हित में अविलम्ब निर्णय लेने के लिये कहेंगे।

- Advertisement -
error: Content is protected !!