छिंदवाड़ा,राष्ट्रबाण। जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित आदिवासी कन्या छात्रावास में गुरुवार सुबह उस समय हड़कप मच गया जब एक छात्रा ने होस्टल में ही फाँसी लगा ली। दरअसल हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही 14 वर्षीय नाबालिक छात्रा ग्रामीण अंचल की रहने वाली है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया है। मिली जानकारी के अनुसार छात्रा छिंदवाड़ा जिले के मैनी खापा ग्राम की निवासी बताई जा रही है, जो कक्षा 9वी की छात्रा है। हॉस्टल अधीक्षका इंद्राणी बेलवंशी ने बताया कि सुबह सात बजे नाश्ता करने के बाद जब वह खाना खाने की पूछने के लिए पहुंचे तो छात्रा का शव फंदे पर लटका मिला था। सूचना पर पुलिस व आला प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पुलिस ने अधिकारियों व परिजनों के सामने छात्रा का शव फंदे से नीचे उतारा तथा पीएम के लिए जिला अस्पताल ले गए। पुलिस ने बताया कि छात्रा अगस्त 2023 में इस छात्रावास में रहकर कक्षा 9 वीं की पढ़ाई कर रही थी। छात्रावास की पहली मंजिल पर छात्रा ने पलंग के ऊपर टेबल रखा तथा पंखे पर चुनरी की मदद से फांसी लगा ली। सूचना पर छात्रा के परिजन भी छात्रावास पहुंच गए थे जिनका रो रोकर बुरा हाल था। इस घटना से छात्रावास की कक्षा नवमी से बाहरवीं तक की पढ़ाई करने वाली अन्य छात्राएं भी सदमे में है। वहीं घटना की जानकारी के बाद आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी भी पहुंचे थे। छात्रा ने किन कारणों से यह कदम उठाया उसकी जांच में पुलिस जुट गई है।
जिला प्रशासन ने की 25 हजार सहायता राशी देने की घोषणा
छात्रावास में नाबालिग की मौत के बाद जहां छात्रा के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो वहीं जिला प्रशासन द्वारा नाबालिग छात्रा की मौत के तुरंत बाद 25 हजार सहायता राशी देने की घोषणा की है। वहीं पुलिस आत्महत्या कारण का पता लगाने में जुटी हुई है। मौके पर आल्हा अधिकारियों सहित एफएसएल की टीम मौजूद थी जो मृत्यु का कारण के पता लगाने में जुटी हुई है।
घटना के समय नही थी छात्रावास अधीक्षिका…
एक ओर जहां घटना के बाद छात्रावास में दहशत का माहौल था , तो वहीं उक्त छात्रावास अधीक्षिका इंद्राणी बेलवंशी हॉस्टल में मौजूद नही थीं। दरअसल हॉस्टल अधीक्षिका
की लापरवाही बरतने की शिकायत पूर्व में भी चर्चाओं में रही है। ऐसे में घटना के समय अधीक्षिका छात्रावास में मौजूद नहीं थी। इसके पूर्व में भी कई बार अधीक्षिका की शिकायत सामने आई है। फिलहाल घटना के बाद जिला प्रशासन भी सख्ते में हैं।
6 माह के भीतर दूसरी घटना…
आपको बता दें कि बीते 6 माह में जिले के छात्रावास में घटित यह दूसरी घटना है। विगत माह अमरवाड़ा के सोनपुर छात्रावास में भी एक छात्र की अचानक तबियत बिगड़ने पर अमरवाड़ा अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। छात्रावास में छात्र छात्राओं की संदिग्ध परिस्थितियों में हो रही मौत के बाद कई प्रकार के सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
2 दिन पूर्व छात्रा के पास मिला था मोबाइल…
आदिवासी कन्या छात्रावास में नाबालिग छात्रा की मौत के बाद एक नई जानकारी निकलकर सामने आई है। दरअसल 2 दिन पूर्व छात्रा के पास एक मोबाइल फोन मिला था, जिसके बाद छात्रावास अधीक्षिका द्वारा इसकी जानकारी मृतिका के परिजनों को दी गई थी, जिसके बाद वह छात्रा को अपने साथ लेकर चले गए थे। हालाकि पुलिस छात्रा की मौत की जांच हर एंगल से कर रही है।