दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर तड़के फायरिंग, गोल्डी बरार गैंग का नाम आया सामने

Rahul Maurya

    बरेली, राष्ट्रबाण: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर शुक्रवार तड़के सनसनीखेज वारदात हुई। सुबह करीब साढ़े तीन बजे बाइक सवार दो हमलावरों ने नौ राउंड फायरिंग की और नैनीताल हाईवे की ओर भाग निकले। इस घटना की जिम्मेदारी चर्चित अपराधी गोल्डी बरार के गुर्गे रोहित गोदारा की आईडी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ली गई है। पोस्ट में स्वामी अनिरुद्धाचार्य और स्वामी प्रेमानंद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया गया और भविष्य में ऐसी हरकत होने पर जान से मारने की धमकी दी गई।

    घर में मौजूद थे दिशा पाटनी के परिजन

    फायरिंग के समय घर में दिशा पाटनी के पिता और सेवानिवृत्त सीओ जगदीश पाटनी, मां और बहन सेवानिवृत्त मेजर खुशबू पाटनी मौजूद थे। सभी सो रहे थे, सौभाग्य से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। घर की बालकनी और छज्जे पर गोलियों के निशान मिले। पुलिस ने पुष्टि की कि तीन बर्स्ट फायर हुए, जिससे नौ राउंड गोलीबारी का सबूत मिला है।

    पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

    एसएसपी अनुराग आर्य ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिवार से बातचीत की और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। घर पर चार पुलिसकर्मी गार्ड के तौर पर तैनात किए गए हैं और दो गनर परिवार को सुरक्षा के लिहाज से दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में यह साफ है कि गोल्डी बरार ग्रुप ने डराने की नीयत से फायरिंग की है।

    एक दिन पहले भी हुई थी रेकी

    सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पुलिस को पता चला कि वारदात से एक दिन पहले गुरुवार सुबह भी दो युवक बाइक से गली में आए थे। उस समय भी उन्होंने घर के बाहर हवाई फायर कर इलाके की रेकी की थी। तब परिवार ने पड़ोसियों की बात को गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन शुक्रवार तड़के हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद उन्हें साजिश का अंदेशा हुआ।

    खुशबू पाटनी के बयान से जुड़ा विवाद

    बताया जा रहा है कि खुशबू पाटनी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं। हाल ही में उन्होंने संत अनिरुद्धाचार्य द्वारा लड़कियों को लेकर दिए गए बयान की आलोचना की थी। लोगों ने इस बयान को संत प्रेमानंद से भी जोड़ दिया, जिसके चलते खुशबू को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने बाद में सफाई देते हुए कहा कि उनका विरोध सिर्फ अनिरुद्धाचार्य के बयान पर था। माना जा रहा है कि इस विवाद से नाराज होकर हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया।

    जांच में जुटी एजेंसियां

    एसएसपी ने एसपी सिटी और एसपी क्राइम के नेतृत्व में पांच टीम गठित की हैं। अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी जांच में जुट गई हैं। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि यह घटना डराने और दहशत फैलाने के मकसद से की गई है।

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