पुणे, राष्ट्रबाण: महाराष्ट्र के पुणे से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया। एक महिला ने अपने ससुर, जो रिटायर्ड पुलिस उपायुक्त (ACP) हैं, पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का दावा है कि उनके पति बच्चे पैदा करने में असमर्थ हैं, और इसकी वजह से ससुर ने उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला। इतना ही नहीं, पति और सास पर भी दबाव बनाने का आरोप है। पुणे पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शादी के बाद शुरू हुआ विवाद
महिला की शादी पांच महीने पहले हुई थी। शादी के 15 दिन बाद दंपती हनीमून के लिए महाबलेश्वर गए थे। महिला ने पुलिस को बताया कि इस दौरान उनके पति ने शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर दिया। उनकी शिकायत के मुताबिक, पति की कथित नपुंसकता की वजह से उनके बीच कभी शारीरिक संबंध नहीं बन सके। इस बात को लेकर परिवार में तनाव बढ़ने लगा। महिला का कहना है कि इस समस्या का हल निकालने के लिए डॉक्टर से सलाह, फर्टिलिटी ट्रीटमेंट, या गोद लेने जैसे विकल्पों पर विचार करने की बजाय, ससुर ने गलत रास्ता चुना।
ससुर पर गंभीर इल्जाम
महिला ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि उनके ससुर, जो एक रिटायर्ड पुलिस उपायुक्त हैं, ने परिवार में पोता पैदा करने की इच्छा के नाम पर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला। उन्होंने आरोप लगाया कि ससुर बिना उनकी इजाजत के उनके कमरे में घुस आते थे और बार-बार अनुचित मांग करते थे। महिला ने ये भी कहा कि उनके पति और सास ने इस मामले में ससुर का साथ दिया और उन पर दबाव बनाया। ये आरोप न सिर्फ परिवार के लिए शर्मनाक हैं, बल्कि एक पूर्व पुलिस अधिकारी की छवि पर भी सवाल उठाते हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुणे पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर रिटायर्ड ACP के खिलाफ यौन उत्पीड़न और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच शुरू हो चुकी है, और महिला के बयान को आधार बनाकर सबूत जुटाए जा रहे हैं। हालांकि, पूर्व ACP और उनके परिवार ने अभी तक इन आरोपों पर कोई सार्वजनिक जवाब नहीं दिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गोपनीयता बरती जा रही है, और जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।
समाज में बेचैनी
ये मामला सिर्फ एक परिवार तक सीमित नहीं है। इसने पूरे समाज में बहस छेड़ दी है कि आखिर परिवार के भीतर महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए। खासकर जब एक पूर्व पुलिस अधिकारी जैसे जिम्मेदार व्यक्ति पर ऐसे आरोप लगें, तो ये और भी गंभीर हो जाता है। पुणे में लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएं महिलाओं के अधिकारों और उनकी गरिमा पर बड़ा सवाल उठाती हैं।
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। महिला को मेडिकल और काउंसलिंग की सुविधा दी जा रही है, ताकि वह इस सदमे से उबर सके। साथ ही, समाज में ये सवाल उठ रहा है कि ऐसी मानसिकता को कैसे रोका जाए। ये घटना न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि ये समाज को ये सोचने पर मजबूर करती है कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए और क्या कदम उठाने की जरूरत है।
Read also: इटावा में दिल दहलाने वाली वारदात, स्कूल जा रही 9वीं छात्रा का अपहरण, गैंगरेप के बाद सड़क पर छोड़ा