इटावा, राष्ट्रबाण: उत्तर प्रदेश के इटावा में एक ऐसी घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। बुधवार सुबह स्कूल जा रही नौवीं कक्षा की एक छात्रा का कार सवार बदमाशों ने अपहरण कर लिया। उसे चॉकलेट में नशीला पदार्थ देकर बेहोश किया और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। बदमाशों ने छात्रा को स्कूल के बाहर ही बदहवास हालत में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
सुबह स्कूल जाते वक्त हुआ अपहरण
इटावा के सिविल लाइन क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली नौवीं कक्षा की छात्रा शहर के एक निजी स्कूल में पढ़ती है। 10 सितंबर की सुबह करीब आठ बजे वह अपने छोटे भाई के साथ साइकिल से स्कूल के लिए निकली थी। दोनों अलग-अलग साइकिल पर थे। रास्ते में कार सवार कुछ बदमाशों ने छात्रा को रोका और बहला-फुसलाकर उसे कार में बैठा लिया। बदमाशों ने उसकी साइकिल को स्कूल के बाहर छोड़ दिया, ताकि किसी को शक न हो। छात्रा का भाई स्कूल पहुंच गया, लेकिन जब उसकी बहन नहीं पहुंची, तो वह घबरा गया और उसने घरवालों को खबर दी।
कई घंटे बाद सड़क पर मिली बदहवास
परिजनों ने तुरंत छात्रा की तलाश शुरू की। कई घंटे की खोजबीन के बाद उसी स्कूल के बाहर बदमाशों ने छात्रा को बेहोशी की हालत में छोड़ दिया। होश में आने पर छात्रा ने बताया कि बदमाशों ने उसे चॉकलेट खिलाकर नशीला पदार्थ दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि बदमाशों ने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर दिनदहाड़े ऐसी वारदात कैसे हो गई?
एक आरोपी गिरफ्तार
छात्रा के बयान और परिजनों की शिकायत के आधार पर इटावा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने सती मोहल्ला के रहने वाले अधिवक्ता विनय पाल और तीन अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ छेड़छाड़, पॉक्सो एक्ट, और सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। सिविल लाइन थाने के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि गुरुवार सुबह मुख्य आरोपी विनय पाल को नुमाइश चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे जेल भेज दिया गया है, और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
ये घटना इटावा में पहली बार नहीं हुई है। हाल के महीनों में ऐसी कई वारदातों ने लोगों में डर पैदा किया है। खासकर स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि पुलिस की सख्ती के बावजूद बदमाश बेखौफ होकर ऐसी हरकतें कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन और समाज के सामने ये सवाल खड़ा कर दिया है कि लड़कियों को सुरक्षित माहौल कैसे दिया जाए।
पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर बाकी आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। पीड़िता और उसके परिवार को मेडिकल और काउंसलिंग की सुविधा दी जा रही है। इस बीच, इटावा के लोग प्रशासन से सख्त कदम और इलाके में गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। ये वारदात न सिर्फ एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है।

