बहुमत होता तो विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजता : हु्ड्डा

Rashtrabaan
Highlights
  • महावीर फोगाट ने लगाया भेदभाव का आरोप

नई दिल्ली, राष्ट्रबाण। पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट के अयोग्य होने के कारण डिसक्वालिफाई हो गईं, जिसने पूरे देश की उम्मीदों को तोड़ दिया है। 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण विनेश को 50 किलोग्राम इवेंट के फाइनल से बाहर होना पड़ा। जिसके बाद इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हु्ड्डा ने कहा कि उनके पास बहुमत होता तो वे विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजते। उनके इस बयान पर विनेश के ताऊ और भारतीय कुश्ती के दिग्गज महावीर फोगाट ने पलटवार किया है।

- Advertisement -

महावीर फोगाट ने कहा-राजनीतिक स्टंट

बता दें कि, महावीर फोगाट ने भूपिंदर सिंह हुड्डा पर विनेश की बड़ी बहनें गीता और बबीता के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस नेता के बयान को राजनीतिक स्टंट करार दिया है। ये भी सवाल किया कि भूपिंदर हुड्डा ने सरकार में रहने के दौरान गीता को राज्यसभा क्यों नहीं भेजा? गीता और बबीता फोगाट, महावीर फोगाट की बेटियां हैं। गीता ने दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में गोल्ड जीता था। बबीता फोगाट बीजेपी से जुड़ी हुई हैं।

- Advertisement -

दागे एक साथ कई सवाल

महावीर फोगाट ने भूपिंदर हुड्डा के बयान पर कहा कि, 2012 में गीता ने बतौर पहली महिला ओलंपिक क्वालिफाई किया था। तब भूपिंदर हुड्डा की सरकार थी और गीता और बबीता को डीएसपी का पद मिलना था, लेकिन हुड्डा साहब ने भेदभाव करके गीता को इंस्पेक्टर और बबीता को सब इंस्पेक्टर लगाया। कोर्ट में केस डालने के बाद कोर्ट ने इस पर संज्ञान भी लिया। जब हुड्डा की सरकार थी तब गीता ने कई रिकॉर्ड बनाए तब उन्हें राज्यसभा क्यों नहीं भेजा? ये बस एक राजनीति स्टंट हैं।

error: Content is protected !!