नई दिल्ली, राष्ट्रबाण: पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के अमेरिका में दिए परमाणु धमकी वाले बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मंत्रालय ने कहा कि परमाणु हमले की धमकी देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है, और भारत ऐसी धमकियों के आगे नहीं झुकेगा। दिप्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुनीर ने फ्लोरिडा के टाम्पा में एक निजी कार्यक्रम में कहा था कि अगर भारत के साथ भविष्य के युद्ध में पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरा हुआ, तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर ‘आधी दुनिया को ले डूबेगा।’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए कहा कि ऐसे बयान उस देश की परमाणु सुरक्षा और नियंत्रण पर सवाल उठाते हैं, जिसकी सेना का आतंकवादियों से गठजोड़ है। मंत्रालय ने यह भी अफसोस जताया कि यह धमकी किसी तीसरे दोस्ताना देश की जमीन से दी गई। भारत ने साफ किया कि वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
मुनीर के दावे और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
आसिम मुनीर ने अपने बयान में मई 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए चार दिवसीय सैन्य संघर्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान की कथित जीत का दावा किया। उन्होंने भारत के ‘विश्व गुरु’ बनने के दावे को खारिज करते हुए इसे दोहरे मापदंड वाला देश बताया। मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत की ‘भेदभावपूर्ण नीतियों’ के खिलाफ कूटनीतिक युद्ध जीता।
हालांकि, भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 4 अगस्त को आईआईटी मद्रास में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर, जो 22 अप्रैल के पहलगाम हमले का जवाब था, एक अनोखा मिशन था। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने दावा किया कि इस संघर्ष में भारत ने छह पाकिस्तानी विमान मार गिराए। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस दावे को खारिज किया, जबकि पाकिस्तान ने भारत के पांच विमानों को गिराने का दावा किया था, जिसे भारत ने असत्य बताया।
भारत का इनकार
मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनके रणनीतिक नेतृत्व ने भारत-पाकिस्तान युद्ध रोका। ट्रंप ने भी 8 अगस्त को व्हाइट हाउस में अजरबैजान और आर्मेनिया के नेताओं की मौजूदगी में दावा किया कि उनकी मध्यस्थता ने परमाणु युद्ध टाला। उन्होंने कहा कि संघर्ष में पांच-छह विमान गिराए गए, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि ये भारत या पाकिस्तान के थे।
भारत ने ट्रंप के दावे को सिरे से खारिज किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि 10 मई को संघर्षविराम दोनों देशों की आपसी बातचीत से हुआ, और किसी मध्यस्थता की जरूरत नहीं पड़ी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ट्रंप का दावा तथ्यों से परे है और केवल राजनीतिक लाभ के लिए है।
परमाणु धमकी पर वैश्विक चिंता
मुनीर की परमाणु धमकी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान के पास स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुमान से 170 परमाणु हथियार हैं, जबकि भारत के पास 180 हैं। पाकिस्तान की कोई स्पष्ट परमाणु नीति नहीं है, और उसकी सेना का आतंकवाद से कथित गठजोड़ वैश्विक चिंता का विषय है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसे बयान पाकिस्तान की सैन्य मानसिकता को उजागर करते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि मुनीर का बयान घरेलू समर्थन और अमेरिकी समर्थन को मजबूत करने की कोशिश है, खासकर जब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 12% मुद्रास्फीति और 9 अरब डॉलर से कम विदेशी मुद्रा भंडार के साथ संकट में है। भारत ने दोहराया कि वह ऐसी धमकियों से डरेगा नहीं और अपनी सुरक्षा के लिए तैयार है।
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