टेक्सास, राष्ट्रबाण: अमेरिका के टेक्सास में एक ऐसी वारदात हुई, जिसने हर किसी को झकझोर दिया। भारतीय मूल के 50 साल के चंद्रशेखर नागमल्लैया की डाउनटाउन सुइट्स मोटल में बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारे ने उनकी पत्नी और बेटे के सामने ही तेज धार वाली छुरी से उनका सिर धड़ से अलग कर दिया। ये खौफनाक मंजर 10 सितंबर को उस वक्त सामने आया, जब मामूली सी बात पर शुरू हुआ झगड़ा खूनी खेल में बदल गया। आखिर क्या थी वजह, और कैसे हुई ये वारदात? आइए, जानते हैं।
छोटी सी बात ने लिया खौफनाक मोड़
चंद्रशेखर नागमल्लैया अपने परिवार के साथ टेक्सास के डालस में रहते थे। मोटल में हुई इस घटना की शुरुआत तब हुई, जब उन्होंने अपने पड़ोसी योरडानिस कोबोस-मार्टिनेज को खराब वॉशिंग मशीन इस्तेमाल न करने की सलाह दी। ये बात उन्होंने सीधे न कहकर कोबोस की महिला साथी के जरिए कही, जिसे अनुवाद करके कोबोस तक पहुंचाया गया। बस, यही बात कोबोस को नागवार गुजरी। गुस्से में आगबबूला हुए कोबोस ने अपनी मशेटे (एक बड़ी, तेज धार वाली छुरी) निकाली और चंद्रशेखर पर हमला बोल दिया।
चंद्रशेखर जान बचाने के लिए मोटल की पार्किंग में भागे, मदद के लिए चिल्लाते रहे। उनकी पत्नी और बेटा बचाने की कोशिश में दौड़े, लेकिन कोबोस ने उन्हें धक्का मारकर हटा दिया। देखते ही देखते उसने चंद्रशेखर का सिर काट डाला। सीसीटीवी फुटेज में कोबोस को सिर को लात मारते और उसे कूड़ेदान तक ले जाते देखा गया। खून से सनी जमीन और चारों तरफ फैली दहशत ने मोटल को मातम में बदल दिया।
पुलिस ने दबोचा
घटना के तुरंत बाद डालस फायर-रेस्क्यू कर्मियों ने खून से लथपथ कोबोस का पीछा किया। पुलिस ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कोबोस ने हत्या की बात कबूल कर ली। हालांकि, ये अभी साफ नहीं है कि उसने पहले से हत्या की साजिश रची थी या गुस्से में ये कदम उठाया। डालस पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और मोटल के सीसीटीवी फुटेज को सबूत के तौर पर जुटाया है।
भारतीय समुदाय में गम और गुस्सा
ये घटना न सिर्फ चंद्रशेखर के परिवार, बल्कि अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लिए भी बड़ा झटका है। टेक्सास में भारतीय मूल के लोग खासे तादाद में रहते हैं, और ऐसी वारदात ने उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर लोग इस हत्या की निंदा कर रहे हैं और सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। कुछ लोग इसे अमेरिका में बढ़ती हिंसा और नस्लीय तनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं, हालांकि पुलिस ने अभी इस एंगल की पुष्टि नहीं की है।
क्या कहते हैं जानकार?
जानकारों का कहना है कि अमेरिका में पिछले कुछ सालों में हिंसक वारदातें बढ़ी हैं। खासकर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा और हिंसा का ऐसा रूप सामने आ रहा है, जो चिंता का सबब है। टेक्सास यूनिवर्सिटी के एक समाजशास्त्री प्रोफेसर जेम्स हार्वे का कहना है कि आर्थिक तंगी, सामाजिक बंटवारा और हथियारों की आसान उपलब्धता ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने ये भी कहा कि प्रवासी समुदायों को अक्सर निशाना बनाया जाता है, जिसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
आगे क्या?
चंद्रशेखर की हत्या ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि क्या अमेरिका में प्रवासियों की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं? भारतीय दूतावास ने इस मामले में स्थानीय प्रशासन से बातचीत शुरू कर दी है और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। दूसरी तरफ, चंद्रशेखर का परिवार सदमे में है और उनके बेटे ने कहा, हमने सब कुछ खो दिया। अब हमारी जिंदगी पहले जैसी नहीं होगी।
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