थिरुपुरुर, राष्ट्रबाण। थिरुपुरुर के अरुलमिगु कंदस्वामी मंदिर में एक भक्त के साथ एक दिलचस्प घटना घटी, जब उसने अनजाने में अपनी पूजा के दौरान हुंडी में एक बच्चा डालने की जगह अपना आईफोन गिरा दिया। मंदिर के अधिकारियों ने इसे भगवान की संपत्ति मानते हुए फोन को वापस करने से इनकार कर दिया और उसे मंदिर में ही रखने का फैसला लिया।
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हुंडी में कुछ पैसे डालने गए थे
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दिनेश, जो विनायगपुरम का निवासी है, अपने परिवार के साथ एक महीने पहले मंदिर में पूजा करने गए थे। पूजा के बाद वह हुंडी में कुछ पैसे डालने गए, लेकिन जैसे ही उन्होंने अपनी शर्ट की जेब से नोट निकालने की कोशिश की, उनका आईफोन गलती से हुंडी में गिर गया। चूंकि हुंडी ऊंचाई पर रखी गई थी, वह उसे निकालने में असमर्थ रहे।
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दो महीने में एक बार खोला जाता है
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मंदिर मंदिर अधिकारियों ने दिनेश को बताया कि हुंडी में डाली गई किसी भी चीज़ को देवता की संपत्ति माना जाता है और इसे वापस नहीं किया जा सकता। इसके अलावा, मंदिर की परंपरा के अनुसार, हुंडी को केवल दो महीने में एक बार खोला जाता है। दिनेश की शिकायत पर मंदिर का फैसला दिनेश ने इस मामले को लेकर एचआर एंड सीई (हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती) अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई।
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यह विकल्प दिया गया
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जब आखिरकार हुंडी खोली गई, तो दिनेश को फोन वापस देने के बजाय, उन्हें केवल सिम कार्ड बदलने और फोन से डेटा डाउनलोड करने का विकल्प दिया गया। मंदिर के कार्यकारी अधिकारी कुमारवेल ने कहा कि हुंडी में गिरी हुई कोई भी वस्तु भगवान की संपत्ति मानी जाती है और उसे मंदिर में ही रखा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि दिनेश ने गलती या जानबूझकर फोन गिराया था ।