गाजा पर इजरायल का ताबड़तोड़ हमला एक दिन में 150 ठिकानों पर बमबारी, 4 लाख लोग बेघर

Rahul Maurya

    तेल अवीव, राष्ट्रबाण: इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमलों की रफ्तार तेज कर दी है। मंगलवार और बुधवार की रात गाजा में धमाकों की गूंज सुनाई दी। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने बीते एक दिन में 150 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया। इस दौरान 12 लोगों की मौत हो गई। गाजा की करीब 10 लाख की आबादी में से 40 फीसदी यानी 4 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं। इजरायल का कहना है कि हमास को खत्म करने के लिए ये हमले जरूरी हैं, लेकिन भारी तबाही ने दुनिया का ध्यान खींचा है।

    गाजा में जमीनी और हवाई हमले तेज

    इजरायल की सेना ने सोमवार से गाजा में जमीनी ऑपरेशन शुरू किए हैं। मंगलवार रात को 50 हवाई हमले किए गए, जिनमें सुरंगों और इमारतों को निशाना बनाया गया। IDF का दावा है कि इन इमारतों में हमास के आतंकी छिपे थे। सेना का कहना है कि उनके ऑपरेशन का मकसद हमास के सैन्य ढांचे को ध्वस्त करना और बंधकों को रिहा कराना है। बीते दो दिनों में 150 ठिकानों पर हमले किए गए, जिससे गाजा में भारी तबाही मची है। कई इमारतें मलबे में बदल गईं, और स्थानीय लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में भाग रहे हैं।

    4 लाख लोगों का पलायन

    गाजा की आबादी पहले 10 लाख के आसपास थी, लेकिन अब तक 4 लाख लोग पलायन कर चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, पिछले एक महीने में 2.2 लाख लोग उत्तरी गाजा से भागे हैं। अल-मवासी जैसे क्षेत्रों में शरण लेने वाले लोग पानी, भोजन और आश्रय की कमी से जूझ रहे हैं। कई परिवारों ने बताया कि दक्षिणी इलाकों में भीड़ और महंगे परिवहन के कारण वापस गाजा लौटना पड़ा। इजरायल ने लोगों से दक्षिण में “मानवीय क्षेत्र” में जाने की अपील की है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि वहां भी सुरक्षा नहीं है।

    दोहा हमले के बाद मुस्लिम देशों में गुस्सा

    इजरायल ने हाल ही में कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं पर हमला किया था, जिसके बाद मुस्लिम देशों में गुस्सा भड़क गया। मंगलवार को दोहा में 60 मुस्लिम देशों की बैठक हुई, जिसमें इजरायल के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। पाकिस्तान, सऊदी अरब, ईरान, तुर्की और बहरीन जैसे देशों ने हिस्सा लिया। कुछ देशों ने “इस्लामिक नाटो” की स्थापना का प्रस्ताव रखा, लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय संकट को लेकर चेतावनी दी है।

    दुनिया की नजरें गाजा पर

    इजरायल का कहना है कि हमास को खत्म करने के लिए गाजा पर हमले जरूरी हैं, लेकिन भारी बमबारी और विस्थापन ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अक्टूबर 2023 से अब तक 64,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इसे “नरसंहार” करार दिया है। इजरायल का दावा है कि वह नागरिकों को निशाना नहीं बनाता, लेकिन तबाही की तस्वीरें सवाल उठा रही हैं।

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