इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर पूर्ण सैन्य कब्जे का आदेश दिया है। यह फैसला हमास और इस्लामिक जिहाद द्वारा हाल में जारी बंधक वीडियो के बाद आया, जिसमें दो इजरायली बंधक रोम ब्रासलावस्की और एव्यातार डेविड की दयनीय हालत दिखाई गई। नेतन्याहू ने कहा कि ये वीडियो हमास की क्रूरता को दर्शाते हैं, जिसका मकसद इजरायल को तोड़ना है। इस बीच, गाजा में भुखमरी और बमबारी से हालात बदतर हो गए हैं।
बंधक वीडियो ने बढ़ाया तनाव
हमास और इस्लामिक जिहाद ने 2 अगस्त को प्रचार वीडियो जारी किए, जिसमें रोम ब्रासलावस्की भूख और चोटों के कारण चलने में असमर्थ दिखे, जबकि एव्यातार डेविड को अपनी कब्र खोदते और कई दिनों से भोजन न मिलने की बात कहते देखा गया। इन वीडियो ने इजरायल में बंधकों की रिहाई की मांग को तेज कर दिया। शनिवार रात तेल अवीव में हजारों लोग सड़कों पर उतरे, तत्काल युद्धविराम की मांग करते हुए। नेतन्याहू ने रेड क्रॉस से बंधकों तक भोजन और दवा पहुँचाने का आग्रह किया, लेकिन हमास ने किसी भी संगठन को बंधकों तक पहुँचने से रोक रखा है।
गाजा पर पूर्ण कब्जे की रणनीति
जेरूसलम पोस्ट के अनुसार, इजरायल पहले से ही गाजा के 75% हिस्से पर नियंत्रण रखता है। नेतन्याहू ने IDF चीफ ऑफ स्टाफ को आदेश दिया कि पूरे गाजा, जिसमें बंधकों के संभावित ठिकाने भी शामिल हैं, पर कब्जा करें या इस्तीफा दें। यह रणनीति 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले के बाद शुरू हुई, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए। अब तक 58 बंधक बचे हैं, जिनमें से कई की मौत की आशंका है। नेतन्याहू ने कहा कि हमास को मानवीय सहायता लूटने से रोकने के लिए IDF सुरक्षित वितरण बिंदु बनाएगा, जिसमें अमेरिकी कंपनियाँ सहायता वितरित करेंगी।
गाजा में भयावह मानवीय संकट
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, मार्च से मई 2025 तक इजरायल की नाकाबंदी के कारण गाजा में कोई खाद्य या चिकित्सा सहायता नहीं पहुँची। मई के बाद 1,400 फिलिस्तीनी सहायता लेने की कोशिश में मारे गए। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि युद्ध में 60,900 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें आधे से अधिक महिलाएँ और बच्चे हैं। इजरायल का कहना है कि हमास नागरिकों के बीच छिपकर हमले करता है। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद नाकाबंदी में कुछ ढील दी गई, लेकिन 20 लाख लोग अभी भी भुखमरी और बमबारी का सामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग इसे गाजा का सबसे बड़ा संकट बता रहे हैं।
इजरायल में विरोध और चुनौतियाँ
नेतन्याहू का यह फैसला विवादास्पद है। आर्मी रेडियो ने बताया कि IDF प्रमुख इयाल ज़मीर ने रणनीतिक अस्पष्टता पर चिंता जताई। कई इजरायली सुरक्षा विशेषज्ञ और नागरिक गाजा पर पूर्ण कब्जे को बंधकों की जान के लिए जोखिम भरा मानते हैं। मंगलवार को नेतन्याहू सुरक्षा मंत्रिमंडल के साथ युद्ध के तीन लक्ष्यों हमास को हराना, बंधकों की रिहाई, और गाजा से खतरे को खत्म करना पर चर्चा करेंगे। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बंधक वीडियो को “मानवीय गरिमा का उल्लंघन” बताया।
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