Kahrgon News: बैलगाड़ी पर बैठाकर गर्भवती महिला को 6 किलोमीटर ले गए परिजन, नही मिली एंबुलेंस

Rashtrabaan

खरगोन, राष्ट्रबाण। स्वास्थ विभाग को पलीता लगाने 108 एम्बुलेंस के संचालक कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के खरगोन जिले से सामने आया है। दरअसल यहां पर एक गर्भवती महिला को उसके परिजनों द्वारा 108 की सुविधा न मिलने की वजह से बैलगाड़ी में ले जाया गया। मामला मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के झिरनिया ब्लॉक का बताया जा रहा है। गर्भवती को बैलगाड़ी से 6 किलोमीटर दूर अस्पताल लाना पड़ा। 108 वाहन संचालक को नोटिस दिया जा रहा है। नोटिस में चालक से पूछा जा रहा है कि उस समय मौके पर एंबुलेंस क्यों उपलब्ध नहीं हो सकी है। इस मामले में गर्भवती महिला ने जिस बच्चे को जन्म दिया है उसका वजन कम है। हालांकि, मां का स्वास्थ्य ठीक है। मामला मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के झिरनिया ब्लॉक का है। झिरनिया ब्लॉक के मेडिकल ऑफिसर डॉ सुनील चौहान ने बताया कि ग्राम चोपाली की गर्भवती रविता को प्रसव पीड़ा होने पर उसके परिजनों ने 108 को फोन लगाया था। वाहन उपलब्ध न होने के चलते उपलब्ध नहीं हो पाया। इसके चलते रविता को बैलगाड़ी से हेला पडावा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां के स्टाफ की मदद से उसने एक बालिका शिशु को जन्म दिया। बालिका शिशु का वजन 2.2 किलोग्राम है। उन्होंने बताया कि फिलहाल जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि शिशु का वजन कम होने के चलते उसे झिरनिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शफ्टि किया जाएगा। बीएमओ ने बताया कि 108 वाहन संचालक को नोटिस दिया जा रहा है। उससे यह पूछा जाएगा कि किन परस्थितियों के चलते वाहन उपलब्ध नहीं हुआ। उधर, रविता के परिजनों ने बताया कि 108 वाहन को फोन लगाए जाने पर उसकी उपलब्धता नहीं हुई। इसके चलते करीब 2 घंटे परिवार वाले महिला को लेकर हेला पडावा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। इस दौरान बैलगाड़ी से आने में बहुत दिक्कत हुई। वहां पहुंचकर महिला का प्रसव कराया गया और प्रसव कराने के बाद बच्चे का वजन कम निकला है। हालांकि, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।

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