खुरसुरा रेत खदान विवाद : उगली थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप! गवाही बदलवाने का दबाव ; गाली-गलौज और झूठे केस में फँसाने की धमकी, पीड़ित ने SP से लगाई गुहार

विगत माह हुए रेत खदान विवाद में अब नया मोड़ आया है। उगली थाना प्रभारी पर संगीन आरोपों ने पुलिस महकमे में खलबली मचा दी है। एक गवाह ने पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायत पत्र में दावा किया है कि थाना प्रभारी ने उससे बयान बदलवाने का दबाव बनाया, गाली-गलौज की और यहां तक कि झूठे मामलों में फँसाने की धमकी भी दी। यह मामला न सिर्फ पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि जनता की सुरक्षा को लेकर भय भी उत्पन्न कर रहा है।

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    सिवनी, राष्ट्रबाण। उगली क्षेत्र में खुरसुरा में हुए गोली कांड में एक चौंकाने वाली शिकायत सामने आई है, जिसमें ग्राम इमलीटोला (खुरसुरा) निवासी अनिल पटले (उम्र 40 वर्ष) ने थाना उगली प्रभारी सदानंद गोदेवार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत पत्र में उन्होंने स्पष्ट कहा है कि थाना प्रभारी ने न केवल उनसे गवाह बदलवाने का दबाव बनाया, बल्कि उन्हें अपमानित करते हुए गाली-गलौज भी की और झूठे मामले में फँसाने की धमकी दी। यह मामला पुलिस विभाग की छवि और निष्पक्ष जांच प्रक्रिया पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।

    शिकायतकर्ता अनिल पटले के अनुसार, वे अपराध क्रमांक 230/2025 में मौके के प्रत्यक्ष गवाह थे, जिसमें शिकायतकर्ता योगीचंद पटले ने उनका नाम गवाह के रूप में दिया था। 9 दिसंबर 2025 को थाना प्रभारी सदानंद गोदेवार स्वयं अनिल के घर पहुंचे और उन्हें बयान देने को कहा। अनिल के अनुसार, उन्होंने सच-सच बताया कि मैंने अनुराग तिवारी, प्रदीप ठाकुर और लवलीन को गोली चलाते नहीं देखा। बस यही बात थाना प्रभारी को नागवार गुज़री और यह सुनते ही थाना प्रभारी उग्र हो गए, थाना प्रभारी ने भड़कते हुए कहा तुम रेत माफिया से बिक गए हो और गाली-गलौज करते हुए मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाते हुए कहा तुम और तुम्हारी पंवार समाज रेत खदान वालों से बिक गए हो और मोटी रकम ले लिए हो। थाना प्रभारी ने पीड़ित और उसके परिवार को झूठे मामले में फ़साने की धमकी भी दी। इस तरह थाना प्रभारी ने पद का दुरुपयोग करते हुए एक नागरिक और गवाह को अपमानित किया गया यह हमारे देश का दुर्भाग्य है की कानून के रक्षक ही भक्षक बन कर कानून व्यवस्था को गंभीर चोट पहुंचा रहे है।

    मेरी सुरक्षा खतरे में है, पीड़ित का दावा

    अनिल पटले ने पुलिस अधीक्षक को दिए पत्र में साफ कहा है कि यदि भविष्य में उनके या उनके परिवार के साथ किसी भी प्रकार की अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ थाना प्रभारी सदानंद गोदेवार की होगी। उन्होंने मांग की है कि आरोपी थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से न केवल मामले की जांच से हटाया जाए बल्कि उगली थाना प्रभारी पद से भी हटाया जाए, ताकि वे बिना डर और दबाव के सही बयान दे सकें।

    विवाद करने वाले गुट पर मेहरबान है थाना प्रभारी

    रेत ठेका कंपनी का प्रारंभ से ही संदेह व्यक्त करते आये है कि क्षेत्र में खदान शुरू न हो उसके लिए अशोक शांडिल्य, राजा चौहान और राजा सोनी विवाद कर सकते है। शंका के तहत रेत ठेका कंपनी के कर्मचारी द्वारा इनकी शिकायत की गई लेकिन पुलिस शिकायत के बाबजूद तमाशबीन बनी रही और पुलिस की निष्क्रियता का परिणाम 19 नवबंर को रेत खदान के कर्मचारियों पर हमला हुआ और हमला करने वाले गिरोह पर आज तक कोई कार्रवाही नहीं हुई है।

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