महाराष्ट्र, राष्ट्रबाण। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में बुधवार रात हुए भूस्खलन में अब तक 10 लोग अपनी जान गवा चुके हैं। वहीं 120 लोग घायल बताए जा रहे हैं। गुरुवार को जारी बचाव कार्य के बीच सीएम एकनाथ शिंदे मौके पर जायजा लेने पहुँचस। वहीं आज भी हालात सुधर नहीं रहे हैं। इस बीच बारिश की आफत फिर से बढ़ गई है और उसके साथ ही भूस्खलन भी हो रहा है। मिट्टी गिरने के चलते बचाव अभियान धीमा हो गया है। इसके अलावा जान-माल का नुकसान बढ़ने की भी आशंका है। घटना की जानकारी में गांव के पास ही रहने वाले 35 साल के राम भवर ने बताया कि रात में बहुत तेज आवाज आई। इसके बाद गांव दबने लगा और भारी मलबे में लोग दबते चले गए। रात को 11 से 12 बजे के करीब का वाकया है। इसके चलते लोगों को बचकर भागने का मौका नहीं मिला क्योंकि ज्यादातर लोग सो रहे थे। यही नहीं हालात अब भी खतरनाक हैं। बड़े पैमाने पर मलबा गिर रहा है। इस घटना में राम वर्मा का पूरा परिवार ही मलबे में दब गया था। इस हादसे में एक परिवार के तीन लोग मौके से भाग निकले, लेकिन उसके 5 सदस्य घर के अंदर ही थे, जो मलबे में दबकर मर गए। एक आंगनबाड़ी वर्कर ने बताया कि गांव में कुल 248 लोग रहते थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि लोग 50 फीट नीचे दबे हुए हैं। इन सभी लोगों को निकालने में लंबा वक्त लग सकता है। मलबे में दबकर मरे लोगों का परिजन खुद ही अंतिम संस्कार करने की बात कर रहे हैं।