पटना, राष्ट्रबाण: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की ‘वोट अधिकार यात्रा’ मिथिलांचल में जोर पकड़ रही है। मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सुपौल में इस यात्रा में हिस्सा लिया। अगले दो दिनों तक यह तिकड़ी मिथिलांचल के मधुबनी और सीतामढ़ी में NDA के मजबूत गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश करेगी। राहुल, तेजस्वी, और प्रियंका की यह रणनीति ‘वोट चोरी’ के आरोपों को केंद्र में रखकर जनता को लामबंद करने और NDA के खिलाफ माहौल बनाने की है। लेकिन क्या यह तिकड़ी मिथिलांचल के सियासी समीकरण बदल पाएगी?
‘वोट अधिकार यात्रा’ का मकसद
16 दिन और 1300 किमी की यह यात्रा, जो सासाराम से शुरू हुई और 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी, मतदाता सूची में कथित हेरफेर (SIR) के खिलाफ है। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर BJP के साथ मिलकर वोटर लिस्ट से SC, ST, OBC, और मुस्लिम मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार देते हुए कहा कि महागठबंधन बिहार में नीतीश कुमार की “अक्षम” सरकार को उखाड़ फेंकेगा। सुपौल में राहुल ने कहा, “BJP और चुनाव आयोग मिलकर बिहार के चुनाव चुराना चाहते हैं। हम इसे रोकेंगे।”
प्रियंका का मिथिलांचल में दांव
प्रियंका गांधी 26-27 अगस्त को सुपौल, मधुबनी, और सीतामढ़ी में यात्रा में शामिल होंगी। बुधवार को वह सीतामढ़ी के जानकी मंदिर में पूजा करेंगी, जिसे सियासी हलकों में हिंदू और महिला वोटरों को साधने की रणनीति माना जा रहा है। मिथिलांचल, जहाँ BJP-JDU का दबदबा है, में कांग्रेस-RJD की मुस्लिम-समर्थक छवि को संतुलित करने के लिए प्रियंका का यह कदम अहम है। माना जा रहा है कि वह तीज जैसे धार्मिक अवसरों का लाभ उठाकर महिला मतदाताओं को लुभाएँगी, जो इस क्षेत्र में 50% वोटर हैं।
मिथिलांचल का सियासी समीकरण
मिथिलांचल (दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सीतामढ़ी) में 24 विधानसभा सीटें हैं, जहाँ NDA ने 2020 में 20 सीटें जीती थीं। महागठबंधन यहाँ पिछड़ा, अतिपिछड़ा, और मुस्लिम वोटरों को जोड़ने की कोशिश कर रहा है। तेजस्वी ने युवाओं और बेरोजगारों को मुफ्त बिजली, बढ़ी पेंशन, और युवा आयोग जैसे वादों से लुभाने की रणनीति अपनाई है। राहुल ने मखाना किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को उजागर किया और कर्जमुक्त भविष्य का वादा किया। लेकिन NDA समर्थक इसे “नौटंकी” बता रहे हैं, और BJP नेता दिलीप जायसवाल ने यात्रा को “पंक्चर टायर” करार दिया।
चुनौतियाँ और संभावनाएँ
महागठबंधन का ‘वोट चोरी’ का मुद्दा जनता में गूँज रहा है, खासकर उन गाँवों में जहाँ मतदाता सूची से नाम हटने की शिकायतें हैं। मधुबनी के एक मतदाता ने कहा, “BJP सत्ता बनाए रखने के लिए वोटर लिस्ट में हेरफेर कर रही है।” लेकिन NDA का कहना है कि SIR पारदर्शी है और सुप्रीम कोर्ट इसकी निगरानी कर रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि प्रियंका की मौजूदगी और राहुल की आक्रामक रणनीति महागठबंधन को बढ़त दे सकती है, लेकिन नीतीश का EBC और महिला वोटरों पर पकड़ इसे चुनौती देगा।
Read also: जम्मू-कश्मीर के डोडा में बादल फटने से तबाही, 10 से अधिक घर ध्वस्त, तीन की मौत