सिवनी, राष्ट्रबाण। विजय बघेल हत्या कांड के आरोपी कमरुद्दीन उर्फ़ कमरू को सिवनी पुलिस ने 16 जून 2024 को गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश किया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया। विजय बघेल हत्या कांड में कमरू पर विजय से मारपीट करने और उसकी हत्या के आरोप लगा रहे थे जिस पर सिवनी पुलिस द्वारा जाँच की जा रही थी।
बता दें की 29 मई की रात को विजय बघेल का शव दल सागर शराब दुकान के पास संदिग्ध हालत में मिला था। जिसके बाद से ही परिजनों द्वारा विजय की हत्या की आशंका जताई जा रही थी। सिवनी कोतवाली में विजय के साथ मारपीट की जानकारी विजय के परिजनों ने दी और आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। सिवनी पुलिस द्वारा विजय की मौत पर मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी। 19 दिन की जाँच में पुलिस ने घटना में विजय के साथ मारपीट के घटना और विजय को समय पर इलाज न देना भी को सत्य पाया। जिसके बाद पुलिस ने कमरुद्दीन को धाराआईपीसी की धारा 304, 355 के तहत गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश किया जहाँ से उसे माननीय न्यायधीश ने जेल भेज दिया।

यह है पूरा मामला
मृतक विजय बघेल कमरुद्दीन उर्फ़ कमरू की दुकान में काम करता था। 29 मई 2024 दिन बुधवार को किसी बात को लेकर कमरू द्वारा विजय की बेरहमी से पिटाई कर उसे बेहोशी की हालत में पास की दिवार से टिका दिया, कोई इलाज नहीं कराया और विजय घायल अवस्था में ही घंटो वही पड़ा रहा जिसके बाद उसकी घटना स्थल पर मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शीयों ने किया खुलासा
विजय बघेल हत्या कांड में आरोपी कमरुद्दीन उर्फ़ पुरे मामले से पल्ला झाड़ रहा था लेकिन जब पुलिस ने पुरे मामले में प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की तो घटना की सच्चाई सामने आ गई। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया की 29 मई 2024 दिन बुधवार को करीब 4 बजे कमरुद्दीन उर्फ़ कमरू द्वारा पिटाई की थी जिसमे विजय की नाक से खून निकला और वह बेहोश हो गया। उसके बाद कमरू ने उसे दिवार से टिका दिया और उसके खून को साफ करने के लिए पानी डाला। विजय घायल अवस्था में घटना स्थल पर घंटो पड़ा रहा और उसकी घटना स्थल पर मौत हो गई।

कमरू का अपराध से है पुराना नाता
कमरुद्दीन उर्फ़ कमरू का अपराध से पुराना नाता है। इसके पहले भी कमरू को न्यायलय ने हत्या के आरोप में दोषी पाया और उसे सजा सुनाई थी। इसके आलावा भी कमरू पर कई मामले दर्ज है। उसके आपराधिक रिकार्ड से लोगो में भय का माहौल था।

क्या शफीक हटाएंगे अतिक्रमण में कमरू का ठेला
दलसागर के पास रखे जिस ठेले से कमरू खाद्य सामग्री का बिक्रय करता था वह अतिक्रमण पर है। सूत्रों की माने तो यह दुकान नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान ने ही लगवाया था। शफीक के संरक्षण के चलते इस दुकान पर नगर पालिका प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। बता दें की घटना के एक पखवाड़ा बीतने के बाद भी नगर पालिका प्रशासन अपनी कुम्भकर्णी नींद से नहीं जगा है और आज तक कमरू के अतिक्रमण यथावत है।