सिवनी, राष्ट्रबाण। जिला सिवनी के अंतर्गत आने वाला थाना कान्हीवाडा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक नवविवाहिता 1 जुलाई 2025 से अपने मायके से गायब हो गई है। जिसकी गुमशुदगी थाना कान्हीवाडा में गुम इंसान क्र. 39/25 दिनांक 1 जुलाई को दर्ज कराई गई। जब नवविवाहिता के द्वारा अपने पति से फोन के माध्यम से संपर्क हुआ तो कई चौंकाने वाले खुलासे किए जिसमें उसने अपने प्रेमी अभिषेक बघेल पिता टेकचंद बघेल निवासी खुट थाना बरघाट के नाम जिक्र करते हुए बताया कि अभिषेक द्वारा रात पर फोन करके घर के बाहर बुलाकर फोन छीन लिया और गाड़ी में बिठाकर मुझे अपने साथ ले गया। और मैं अभी विजयंत बस पर हूं। वो लोग मुझे तुमसे दूर रहने और शादी के लिए दबाव बना रहे है। नवविवाहिता का कहना है कि मैं अपने पति के साथ ही रहूंगी। पीड़िता का आरोप है की अभिषेक के द्वारा उसके परिवार की झूठी शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इससे पहले भी कर चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रेमी के द्वारा लगातार नवविवाहिता के ऊपर दबाव बनाया जा रहा था, कि मेरा स्पोर्ट करो। फिर इस प्रकरण में प्रेमी के साथ एंट्री होती है बरघाट पुलिस के चालक आरक्षण केशरी एड़े की जिसके अभिषेक के साथ बहुत अच्छे संबंध बताये जाते हैं। आरक्षक पर आरोप है कि मामले में सहयोग करने के लिए 60 हजार रुपए थाने में सभी को बांटने के नाम से लिया गया। आरक्षक प्रात: सुबह से ही खुट स्थित अभिषेक के निवास में आकर बैठा रहता और पीड़िता पर दबाव बनाता की तुम अभिषेक का साथ दो नहीं तो उसे सात साल की सजा हो जाएगी। फिर जैसे ही ड्यूटी का वक्त होता आरक्षक वहां से चले जाता।
पीड़िता ने बताया की केशरी एड़े द्वारा पुलिस थाना पहुंचकर फोन किया तुम थाने आ जाओ और साथ में देवेंद्र और वकील को लेकर आना नहीं तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर एक आवेदन दे दो।दूसरी तरफ पुलिस पीड़िता की तलाश में जुटी थी, पुलिस अभिषेक के निवास खुट पहुंची तो अभिषेक ने पीड़िता का फोन पुनः बंद कर दिया। साथ में पुलिस के डर से वही पास में स्थित एक कमरे में छुपा के रखा था। फिर उसके द्वारा पीड़िता को वारासिवनी और लालबर्रा अपने दोस्त के साथ पहुंचाया। वही इस घटना की कोई भी जानकारी अभिषेक के माता पिता को नहीं थी।
पुलिस द्वारा लगातार पीड़िता को तलाश किया जा रहा था। पुलिस द्वारा अभिषेक को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने बताया की वह लड़की से प्यार करता और उसे उसने डूंडासिवनी में छुपा कर रखा है। जिसके बाद पुलिस ने नवविवाहिता को अपने कब्जे लेकर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने आरोपी अभिषेक के खिलाफ धारा 78(2), 351(2), 127(3), 87 बी. एन. एस का कायम कर विवेचना में लिया गया।
यह है मामला
नवविवाहिता ने पुलिस को बताया कि अभिषेक पहले उससे प्यार करता था उससे ब्रेकअप होने के बाद मेरी शादी माता-पिता और परिवार की मर्जी से हुई है। शादी के बाद से ही अभिषेक द्वारा लगातार फोन के माध्यम से मैसेज करके मेरा लगातार पीछा करता था। और मैंने मना करने के बाद भी अभिषेक द्वारा मेरे पति को शादी से पहले की साथ वाली फोटो वीडियो भेजने की लगातार धमकी देता था। यदि मैं फोन नहीं उठाती तो वह मेरे पति को भी फोन कर देता था और हर बार फोटो वीडियो भेजने की धमकी देकर परेशान करता था।
1 जुलाई की रात 01:30 बजे मुझे मायके में बाशरूम जाने के लिये उठकर बाहर गई। तभी अभिषेक ने फोन करके मुझे कहा कि मैं घर के बाहर खड़ा हूं। जब मैं बाहर गई तब उसने मुझे पास बुलाया और मेरा मोबाईल छीन लिया था साथ ही शादी के पहले की बाते मुझे याद दिलाकर एवं वहला पुसलाकर बोला कि तू अपने पति को तलाक दे। मेरे साथ चल मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता, मैं तुम से से शादी करना चाहता हूं। तब मैं उसकी बातो में आ गयी और अभिषेक के साथ उसकी मोटर साईकिल से उसके घर ग्राम खूट चली गयी। जहां पर अभिषेक ने मुझे अपने घर में स्थित तलघर के कमरे में रखा। और उसके घर वालो को इसकी भनक तक नहीं थी। अभिषेक मुझे अक्सर कहता था एक दो वर्ष में शादी कर लेंगे तब तक तुम नौकरी कर लेना।
अभिषेक के पास मेरा फोन था जिस कारण से मैं किसी को कुछ नहीं बता पा रही थी। जब 04 जुलाई को मुझे मेरा फोन मिला। तब मैंने अपने पति को मैसेज करके सारी जानकारी दिया उसके बाद मेरा फोन बंद कर दिया था। जिससे मैं अपने पति से पुनः सम्पर्क नहीं कर पाई। फिर 06 जुलाई को पुलिस द्वारा अभिषेक को पकने के बाद उसने बताया कि मैने उसे डूडासिवनी में रखा है तब मैं पुलिस के साथ थाना पर पहुंची। शादी करने का प्रलोभन देकर मुझे मेरे घर से भगा लिया और जबरदस्ती 04 दिन तक बंद कमरे में रखा।