पीएम मोदी का छलका दर्द: मेरी माँ को गालियाँ दीं, ये हर माँ-बेटी का अपमान, RJD-कांग्रेस पर भड़के

Rahul Maurya

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के दरभंगा में एक सभा को संबोधित करते हुए अपनी माँ के अपमान पर गहरा दुख जताया। बीते दिनों कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के मंच से उनकी माँ को अपशब्द कहे गए थे। भावुक होते हुए पीएम ने कहा कि ये गालियाँ सिर्फ उनकी माँ का नहीं, बल्कि देश की हर माँ, बहन और बेटी का अपमान है। भोजपुरी में उन्होंने कहा, “बिहार में माई के स्थान देवता-पितर से भी ऊपर होला।” इस बयान ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।

क्या था पूरा मामला?

दरभंगा में कांग्रेस और RJD की संयुक्त ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान मंच से पीएम मोदी और उनकी माँ को निशाना बनाकर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की गई थीं। इस घटना ने बिहार की सियासत को गरमा दिया। पीएम ने इस अपमान का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी माँ, जिन्होंने गरीबी में उन्हें पाला और देशसेवा का आशीर्वाद दिया, उन्हें ऐसी गालियाँ सुनना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “मेरी माँ का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था। फिर भी उन्हें भद्दी गालियाँ दी गईं। ये दुखद और शर्मनाक है।”

‘माँ का अपमान, देश का अपमान’

पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार की संस्कृति में माँ को देवी से भी ऊँचा दर्जा दिया जाता है। उन्होंने कहा, “जो माँ मुझे देशसेवा के लिए आशीर्वाद देकर भेजी थी, आज उसे अपशब्द सुनने पड़ रहे हैं। ये दर्द सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि बिहार की हर माँ-बेटी का है।” पीएम ने बिहार की महिलाओं से अपील की कि वो उनके इस दुख में साथ दें, ताकि उनका मनोबल बना रहे। उन्होंने ये भी कहा कि उनकी माँ, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, ने हमेशा उन्हें मेहनत और संस्कार सिखाए।

सहकारिता योजना का उद्घाटन

इस मौके पर पीएम मोदी ने बिहार की महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को डिजिटल सहकारिता योजना का उद्घाटन किया। इस योजना के तहत महिलाओं को कम ब्याज दरों पर लोन मिलेगा, ताकि वो आत्मनिर्भर बन सकें। पीएम ने कहा कि बिहार की माताएँ-बहनें देश की ताकत हैं, और उनकी प्रगति से ही बिहार और भारत आगे बढ़ेगा। लेकिन इस दौरान उन्होंने अपनी माँ के अपमान का मुद्दा उठाकर सियासी पारा चढ़ा दिया।

कांग्रेस-RJD पर तीखा हमला

पीएम ने कांग्रेस और RJD पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पार्टियाँ सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। उन्होंने कहा, “इन्हें लगता है कि कुर्सी सिर्फ नामदारों को मिलनी चाहिए। लेकिन जनता ने एक गरीब माँ के बेटे को प्रधानसेवक बनाया, और ये बात इन्हें पच नहीं रही।” पीएम ने ये भी कहा कि ऐसी हरकतें बिहार की सांस्कृतिक विरासत को ठेस पहुँचाती हैं।

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