नई दिल्ली (New Delhi), राष्ट्रबाण। यह लगातार 30वां साल होगा जब प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) की कलाई पर पाकिस्तानी (Pakistani) मुंहबोली बहन राखी बांधेंगी। कमर शेख (Qamar Sheikh) पिछले तीन दशकों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की कलाई पर राखी बांधती आ रही हैं। भावनात्मक परंपरा को निभाते हुए दोनों देशों के बीच एक अनूठी सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बन गई हैं।
कौन हैं कमर शेख?
कांची में एक मुस्लिम परिवार में जन्मी कमर शेख की शादी 1981 में मोहसिन शेख (Mohsin Sheikh) से हुई थी। शादी के बाद वे भारत में आकर बस गईं। मोहसिन अहमदाबाद (Ahmedabad) के रहने वाले हैं जो पेशे से पेंटर हैं। शेख की पीएम मोदी से मुलाकात 35 साल पहले 1990 में हुई थी और तब से वे उन्हें जानती हैं। वे प्रधानमंत्री से दिवंगत स्वरूप सिंह के जरिए मिली थीं, जो उस समय गुजरात के राज्यपाल थे। हर साल शेख अपने हाथों से उनके लिए राखी बनाती हैं और पीएम अपनी बहन से इसे उनकी कलाई पर बंधवाते हैं।
हर साल अपने हाथों से बनाती है राखी
शेख ने कहा कि वह बाजार से राखी नहीं खरीदती हैं। वे कहती हैं कि मैं हर साल रक्षाबंधन से पहले अपने हाथों से कई राखियां बनाती हूं और अंत में जो राखी मुझे सबसे ज्यादा पसंद आती है, उसे उनकी कलाई पर बांधती हूं।
30वें साल के लिए तैयार की स्पेशल राखी
इस रस्म के 30वें साल के लिए शेख ने कहा कि वह कुछ खास तैयार कर रही हैं। उन्होंने कहा, इस साल मैंने जो राखी बनाई है, उसे मैंने मखमल पर बनाया है। मैंने राखी में मोती, धातु की कढ़ाई और टिक्की का इस्तेमाल किया है।”
कोरोना के कारण 3 साल नहीं आ पाईं
कमर शेख ने ने बताया कि कोविड-19 महामारी से पहले, वह पीएम की कलाई पर राखी बांधती थीं, लेकिन महामारी के कारण वह वर्ष 2020, 2021 और 2022 में ऐसा नहीं कर पाईं।
पीएम मोदी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना
पिछले साल वह अपने पति के साथ राष्ट्रीय राजधानी गई थीं और राखी बांधी थी। शेख को इस साल भी रक्षा बंधन समारोह के लिए निमंत्रण मिलने की उम्मीद है। शेख ने कहा कि वह अपने भाई के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री पिछले एक दशक से किए जा रहे जन कल्याण के कामों को जारी रखेंगे।