नई दिल्ली (New Delhi), राष्ट्रबाण। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Congress spokesperson Supriya Shrinet) ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एक छोटी मानसिकता के और छोटे दिल के आदमी हैं और इसका प्रमाण वो खुद ही बार-बार दे देते हैं। एक बात और भी है कि छोटे मन के लोगों से बड़ी बातों की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। स्वतंत्रता दिवस समारोह पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Leader of Opposition Rahul Gandhi) को पांचवीं लाइन में बिठाकर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आप ने अपनी कुंठा तो दिखा दी, लेकिन राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे पांचवीं पंक्ति में बैठे या पचासवीं में बैठें।वह जननायक हैं। वह उसी शिद्दत से जनता के मुद्दे उठाएंगे जैसे वो उठा रहे हैं।”
खड़गेजी की भी अनदेखी
श्रीनेत ने कहा कि पहली पंक्ति में सारे कैबिनेट मंत्री बैठे हुए थे, लेकिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को ही पांचवीं पंक्ति में नहीं बैठाया गया, मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के लिए भी सीट पांचवीं पंक्ति में ही थी। उन्होंने कहा कि एक बेवकूफी का बयान रक्षा मंत्रालय की तरफ से आया है। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि हम ओलंपियंस (Olympians) को इज्जत और सम्मान देना चाहते थे। बिल्कुल देना चाहिए। ओलंपियंस को सम्मान दीजिए। विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को भी सम्मान दीजिए, लेकिन क्या ये सम्मान अमित शाह (Amit Shah), जेपी नड्डा (JP Nadda), निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और जयशंकर (Jaishankar) नहीं देना चाहते थे। आपके बयान आपकी कलई और खोल रहे हैं।
वहीं, एक डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला (BJP spokesperson Shehzad Poonawala) ने कहा कि कांग्रेस (Congress) को इस बात की तो चिंता है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कहां बैठे, लेकिन पश्चिम बंगाल में जो हुआ, उस पर एक शब्द नहीं बोलेंगे। जब राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष नहीं थे। 2019 से भी पहले, वो नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के साथ पहली पंक्ति में बैठे। राहुल गांधी को हमेशा सम्मान दिया गया है। पिछली बार खड़गे जी पहली पंक्ति में बैठे थे। पूनावाला ने श्रीनेत (Poonawala told Srinet) से पूछा कि क्या डिफेंस मंत्रालय (Ministry of Defence) ने राहुल गांधी को अगली पंक्ति में सीट ऑफर नहीं की थी? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये ‘सरासर झूठ’ है।
बाद में कहा-आगे आ जाइए
श्रीनेत ने कहा कि सबकी सीट नामांकित होती है और राहुल गांधी की सीट पांचवी पंक्ति में थी। जब वो अपने सीट पर बैठ चुके थे। तब शायद आधे पौने घंटे बाद उनसे किसी ने कहा कि आप आगे आ जाइये। कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा, “उन्हें लगता है कि वो बादलों की ओट में सूरज को छुपा देंगे, उन्हें लगता है कि पांचवीं पंक्ति में बैठा देने से राहुल गांधी के वकार में कमी आ जाएगी, तो ये उनकी गलतफ़हमी है।
क्या राजनाथ सिंह बदला ले रहे हैं?
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) अग्निवीर (Agniveer) पर अपने झूठों के लिए राहुल गांधी से घिरने का बदला ले रहे हैं? या फिर ये भारत के प्रधानमंत्री (Prime Minister) की वही छोटी मानसिकता है? मुझे स्पष्ट तौर पर याद है कि जब यूपीए (UPA) सत्ता में थी तो बीजेपी (BJP) के नेताओं को पहली या फिर दूसरी पंक्ति में बैठाया जाता था।खैर, आप राहुल जी के प्रति जितनी तुच्छता दिखाएंगे, वो लोगों के दिलों में उतनी ही बड़ी जगह बनाते जाएंगे।”