राष्ट्रबाण: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर वोटर धांधली का सनसनीखेज आरोप लगाया है। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कर्नाटक की बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का हवाला देते हुए दावा किया कि 1,00,250 वोट चोरी किए गए। राहुल ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों के सबूत पेश किए, जिसमें फर्जी पते, डुप्लीकेट वोटर, और अस्पष्ट तस्वीरें शामिल हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया, जिसे उन्होंने “संविधान के खिलाफ अपराध” करार दिया। बेंगलुरु सेंट्रल में बीजेपी के पीसी मोहन ने कांग्रेस के मंसूर अली खान को 32,707 वोटों से हराया था, और राहुल का दावा है कि यह जीत फर्जी वोटों के जरिए हासिल की गई।
फर्जी पते और अजीब नामों का खुलासा
राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों के कई उदाहरण दिखाए। उन्होंने टीका कुमारी आचार्य (35) का जिक्र किया, जिनके पति का नाम YTDTR और घर का पता ‘हाउस नंबर 0’ दर्ज है। इसी तरह, टेक राज सपकोटा (40) के पिता का नाम DFOGADF और सरिता देवी (38) के पिता का नाम ITSDLHUG लिखा है, दोनों के पते ‘हाउस नंबर 0’ हैं।
राहुल ने बताया कि 40,009 वोटरों के पते फर्जी या अवैध हैं, जिनमें ‘हाउस नंबर 0’ या गैर-मौजूद पते शामिल हैं। इसके अलावा, एक बूथ में 80 वोटर एक कमरे के घर में दर्ज थे, जबकि बूथ नंबर 366 में 46 अलग-अलग परिवारों के वोटर एक बेडरूम में दिखाए गए। जांच में ये लोग मौके पर नहीं मिले। एक अन्य मामले में, 153 BIERE क्लब नामक जगह पर 68 वोटर दर्ज थे, जो बीयर बनाने की जगह है।
डुप्लीकेट वोटर और फॉर्म-6 का दुरुपयोग
राहुल ने दावा किया कि महादेवपुरा में 11,965 डुप्लीकेट वोटर थे, जिनमें एक ही व्यक्ति के नाम कई बूथों में दर्ज थे। उन्होंने 70 वर्षीय शकुन रानी का उदाहरण दिया, जिनका नाम दो बार वोटर लिस्ट में था, और फॉर्म-6 का दुरुपयोग कर दो बार वोट डाला गया। कांग्रेस की जांच में 33,692 मामलों में फॉर्म-6 का गलत इस्तेमाल पाया गया।
इसके अलावा, 4,132 वोटरों की तस्वीरें अस्पष्ट थीं, जिससे उनकी पहचान संदिग्ध थी। राहुल ने कहा कि यह पैटर्न पूरे देश में देखा गया, खासकर उन सीटों पर जहां बीजेपी ने कम अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 22,779 वोटों के अंतर से बीजेपी जीती, जबकि महादेवपुरा में ही 1 लाख वोट चोरी हुए।
चुनाव आयोग पर सवाल और विपक्ष की मांग
राहुल ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए, दावा किया कि आयोग ने डिजिटल वोटर लिस्ट और मतदान के दिन की सीसीटीवी फुटेज देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आयोग ने हाल ही में फुटेज रखने की अवधि को 1 साल से घटाकर 45 दिन कर दिया, जो संदेह पैदा करता है।
कांग्रेस ने मांग की है कि आयोग महाराष्ट्र और कर्नाटक की 2024 की वोटर लिस्ट डिजिटल, मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में दे। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल से हलफनामा देकर अपनी शिकायत दर्ज करने को कहा है। बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी हार को छिपाने के लिए आधारहीन दावे कर रही है। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सभी वोटर लिस्ट आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
Read Also: पीएम मोदी का अमेरिकी टैरिफ पर जवाब: किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं