राज ठाकरे के इंडिया गठबंधन में शामिल होने की अटकलें, प्रशांत जगताप का बड़ा बयान

Rahul Maurya

महाराष्ट्र, राष्ट्रबाण: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के इंडिया गठबंधन में शामिल होने की अटकलों ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। एनसीपी (शरद पवार गुट) के वरिष्ठ नेता और पुणे के पूर्व महापौर प्रशांत जगताप ने गुरुवार, 7 अगस्त को एक बड़ा बयान देकर इन चर्चाओं को हवा दी। उन्होंने कहा कि यदि एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे गठबंधन में शामिल होने का फैसला करते हैं, तो उनका दिल से स्वागत किया जाएगा। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम और स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सियासी हलचल तेज है। इंडिया गठबंधन, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और एनसीपी (एसपी) जैसी पार्टियां शामिल हैं, बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत विपक्षी मोर्चा बनाने में जुटा है।

प्रशांत जगताप का बयान

प्रशांत जगताप ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि राज ठाकरे का इंडिया गठबंधन में शामिल होना एक सकारात्मक कदम होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि न केवल वे बल्कि गठबंधन के सभी नेता इस फैसले का समर्थन करेंगे। जगताप ने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एकजुट होने को महाराष्ट्र की राजनीति के लिए एक बड़ा संकेत बताया। उन्होंने कहा कि दोनों ठाकरे भाइयों का एक साथ आना विपक्ष को नई ताकत देगा और पूरे राज्य में एक मजबूत संदेश जाएगा। यह बयान उस समय महत्वपूर्ण है, जब विपक्ष स्थानीय चुनावों में बीजेपी के खिलाफ अपने आधार को मजबूत करने की कोशिश में है, खासकर उन शहरी क्षेत्रों में जहां एमएनएस का प्रभाव मजबूत है।

ठाकरे भाइयों की एकजुटता

लंबे समय से चली आ रही पारिवारिक और राजनीतिक तनातनी के बाद हाल ही में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक मंच पर नजर आए थे। इस घटना ने एमएनएस के इंडिया गठबंधन में शामिल होने की संभावनाओं को बल दिया। प्रशांत जगताप ने इसे महाराष्ट्र की गहरी राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा बताया, जहां पहले भी विरोधी दल एकजुट हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि दोनों भाई इंडिया गठबंधन के बैनर तले साथ आते हैं, तो यह न केवल विपक्ष को मजबूती देगा, बल्कि मतदाताओं में भी एक नया उत्साह पैदा करेगा। हालांकि, राज ठाकरे या एमएनएस की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे अटकलें और तेज हो गई हैं।

एमएनएस का राजनीतिक प्रभाव

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्थापना 2006 में राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने के बाद की थी। एमएनएस ने 2009 के विधानसभा चुनावों में 13 सीटें जीतकर अपनी ताकत दिखाई थी, लेकिन 2019 में केवल एक सीट पर जीत हासिल की। 2024 के विधानसभा चुनावों में एमएनएस को कोई सीट नहीं मिली। फिर भी, मुंबई, पुणे और ठाणे जैसे शहरी क्षेत्रों में पार्टी का एक मजबूत समर्थक वर्ग है।

इंडिया गठबंधन को लगता है कि राज ठाकरे का साथ मिलने से शहरी मतदाताओं को एकजुट करने में मदद मिलेगी, जो बीजेपी के खिलाफ महत्वपूर्ण हो सकता है। दूसरी ओर, राज ठाकरे ने पिछले साल बीजेपी के साथ अपनी नजदीकी दिखाई थी, जब उन्होंने लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की थी।

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