राजगढ़,राष्ट्रबाण। जहरीले कुएं से मरा हुआ मेंढक निकालने उतरे एक युवक कुएं में बन रही जहरीले गैस का शिकार हो गया जिससे उसकी डूबने से मौत हो गई वही जब दो अन्य युवक कुएं से पानी मे दुबे युवक को निकालने कुएं में उतरे तो उनका भी दम घुटने लगा और वह भी डूबकर काल के गाल में समा गए। दरसल घटना सोमवार की बताई जा रही है। बताया गया कि तीनों दम घुटने के कारण डूबे। पुलिस ने रस्सी की मदद से शवों को बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए नरसिंहगढ़ अस्पताल भिजवाया। हादसा कुरावर थाना क्षेत्र के माना गांव में सोमवार सुबह हुआ। मृतकों के नाम ओम प्रकाश वर्मा (30), कांता प्रसाद वर्मा (35) और विष्णु वर्मा (32) बताए गए हैं। ये तीनों मजदूरी के साथ लाइन मेन का भी काम करते थे। नरसिंहगढ़ पुलिस और प्रशासनिक टीम की प्रारंभिक पड़ताल में कुएं में जहरीली गैस बनने की बात सामने आई है। ग्रामीणों ने बताया कि कुआं काफी समय से बंद था।
30 फीट गहरे इसी कुएं में तीनों युवक उतरे थे
दरसल गांव में बने कुंए में मरा हुआ मेंढक निकालने के लिए पहले ओमप्रकाश नीचे उतरा था। काफी दिनों से कुएं को बंद कर दिया गया था। जब सोमवार सुबह कुएं को खोला गया तो कुएं के भीतर से बदबू आ रही थी,जैसे ओमप्रकाश कुएं में उतरा वह बेसुद हो गया और पानी मे डूबने से उसकी मौत हो गई। वहीं बाद अन्य 2 युवक उसे बहार निकालने उतरे निकले अंत मे तीनो का शव बहार निकाला गया। कुएं की हाइट 30 फिट गहरी बताई जा रही है।
पुलिस ने रस्सी की मदद से निकाले शव..
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुँची जहां पुलिस ने तीनों के शव को रस्सी की मदद से निकाला। पुलिस द्वारा रस्सी में कांटा फसाया गया था जिसकी मदद से शव बहार निकाले गए।
बालाघाट में भी कुएं की जहरीली गैस से दो किसानों की मौत
बालाघाट के पांढरवानी के उदासीटोला में भी ऐसा ही हादसा सामने आया जहां कुएं में बन रही जहरीली गैस का शिकार 2 किसान हो गए। जहां 52 वर्षीय जीवनलाल पिता मनसुख पंचेश्वर और 28 वर्षीय रामलाल पिता बोदेलाल नागेश्वर के खेत आपस में लगे हुए हैं। सोमवार सुबह जीवनलाल और रामलाल खेत गए थे। यहां कुएं में लगी मोटर से पानी आना बंद हो गया। इस पर दोनों एक के बाद एक कुएं में उतरे। लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आकर दोनों पानी में गिर पड़े। उनकी डूबने से मौत हो गई।