सिवनी, राष्ट्रबाण। सिवनी जिले में हिन्दू संगठन एवं गौरक्षक हमेशा पुलिस के सहयोग से गौवंश तस्करो पकड़ते है लेकिन कुछ लोगो के सहयोग से यह तस्कर पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो जाते हैं। ऐसा ही मामला कुरई थाने में सामने आया है जिसमे पुलिस द्वारा गौवंश तस्करो के सहयोग करने पर तीन आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की गई है, इनमे एक पत्रकार और एक कांग्रेस आईटी एवं सोशल मीडिया का महासचिव शामिल है।
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कुरई पुलिस के अनुसार 4-5 अक्टूबर की दरम्यानी रात को मुखबिरों से सूचना मिली कि गौवंश से भरा वाहन सिवनी से नागपुर की तरफ जा रहा हैं। कुरई पुलिस ने जाल बिछाते हुए गौवंश से भरे वाहन का पीछा किया लेकिन इसी बीच एक अल्टो कार क्रमांक एमपी 50 सी 0292, गौवंश से भरे वाहन और पुलिस के वाहन के बीच आकर रफ़्तार धीमी कर पुलिस के वाहन को रोकने का प्रयास किया। पुलिस के सायरन बजा कर साइड मांगने के बाद भी लगभग 10 किलोमीटर तक अल्टो वाहन ने पुलिस को साइड नहीं दिया जिसका फायदा गौवंश से भरे ट्रक चालक ने उठाते हुए वह फरार होने में कामयाब हो गया।
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अल्टो चालक की इस हरकत के बाद पुलिस ने खवासा में उसे रोक कर पूछताछ की तो वह अपने आपको पत्रकार होने की धौंस दिखाने लगा। जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो कार में सवार तीन युवक गौवंश तस्कर के सहयोगी निकले, पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने के लिए धारा 353, 186, 34 भादवि के तहत अपराध कायम किया, सभी आरोपियों को मुचलके पर छोड़ दिया हैं।
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कौन है आरोपी ?
पुलिस कार्यवाही में बाधा डालने एवं गौवंश तस्करो के सहयोग करने वाले तीन आरोपियों में एक पत्रकार है तो एक राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का सोशल मीडिया का महासचिव है। जिस पत्रकार को अपनी कलम से गौवंश तस्करो की पोल खोलने की जिम्मेदारी थी वह उनका सहयोगी बन गया तो दूसरा समाज में नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले नेता जो सरकार की गलतियों को सामने लाने और समाज में नैतिकता का पालन कराने का संदेश देता था वह गैरकानूनी काम करने वालो के रक्षक बन गए। अब्दुल हक़ पिता अब्दुल अजीम संजय वार्ड सिवनी निवासी पुलिसवाला पत्रिका का संभागीय ब्यूरो है तो आबिद हुसैन पिता मुनाब हुसैन बोरदई निवासी कांग्रेस आईटी एवं सोशल मीडिया का महासचिव है। अब्दुल हकीम पिता अब्दुल रशीद अरी निवासी है।