सिवनी (Seoni), राष्ट्रबाण। सिवनी नगर पालिका के द्वारा आपने शहर के अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को अक्सर देखा होगा। जहां गरीबी की दुकानों को नगर पालिका की जेसीबी के पंजो ने नास्ते नाबूत कर दिया। लेकिन बाहुबली चौक में भाजपा नेता के अतिक्रमण पर आज तक नगर पालिका की नजरे नहीं पहुंची। जानकारों की माने तो यह अतिक्रमण (Encroachment) वर्षो पुराना है इस भाजपा नेता (BJP leader) को शहर में बाहुबली के नाम से पहचाना जाता है, नाम है संतोष अग्रवाल (Santosh Agarwal)।
संतोष अग्रवाल भाजपा (Santosh Agarwal BJP) के बाहुबली नेताओ में शुमार है। बारापत्थर क्षेत्र में वर्षो से बाहुबली होटल (Bahubali Hotel) का संचालन कर रहा है। इस होटल में भाजपा के बड़े-बड़े दिगज्ज नेताओ की बैठक है। सूत्रों की माने तो संतोष अग्रवाल ने शासकीय जमीं में अतिक्रमण कर एक पक्की दुकान का निर्माण कर उसे किराया से दे रखा है, जिसका किराया तीस हजार रुपये है। शासकीय जमीन पर बनी यह दुकान में नगर पालिका के द्वारा कैसे अनुमति मिली यह सवाल नगर में हो रहे है। ज्ञात हो की सिवनी नगर पालिका में लंबे समय तक भाजपा का शासन रहा है। ऐसे में भाजपा के बाहुबली नेता संतोष अग्रवाल के अतिक्रमण पर भाजपा शासित नगर पालिका में कार्यवाही करना साहस नहीं था।
वर्षो बाद कांग्रेस ने सिवनी नगर पालिका में सत्ता काबिज हुई है। वही सत्ता में आने के पहले सिवनी कांग्रेस (Seoni Congress) भाजपा नेताओ के कर्मो का हिसाब करने की बात करती थी। नगर पालिका के भ्रष्टाचार और उनके नेताओ के अतिक्रमण हटाने की बात करती थी। लेकिन यह शहर का दुर्भाग्य ही कहेंगे की सत्ता में आते ही कांग्रेस अपने वचनो को भूल कर सत्ता की मलाई खाने में लगी हुई है। नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान (Municipality President Shafiq Khan) पर स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लग रहे है। अब ऐसे में अध्यक्ष शफीक खान से भाजपा नेता के अतिक्रमण हटाने की उम्मीद शायद बेईमानी होगी।
नगर पालिका हटाएगी अतिक्रमण, करेगी वसूली?
भाजपा नेता का अतिक्रमण उसके आय का एक साधन बना हुआ है। वर्षो से किराया वसूल कर शासकीय जमीन से भाजपा नेता आर्थिक लाभ ले रहा है। आम दुकानदारों और व्यवसायी के अतिक्रमण पर आंखे लाल करने वाली नगर पालिका ने जिस ताकत के साथ लोगो के अतिक्रमण को उखड फेका है क्या उसी ताकत के साथ नगर पालिका भाजपा नेता के अतिक्रमण को हटाने का साहस दिखा पायेगी क्या वर्षो से दुकान से किराया के रूप में वसूली गई राशि की वसूली सिवनी नगर पालिका कर पायेगी यह सवाल उठ रहे है।