नौरोजाबाद, राष्ट्रबाण। नशे के कारोबारी भले ही पुलिस के साथ आंख मिचौली खेलते हुए अपने कारोबार को अंजाम देते रहे हो लेकिन सजग खाकी के आगे उनकी चतुराई धरी की धरी रह जाती है और वह पुलिस के शिंकजे में फस ही जाते है। फिर इन नशे के कारोबारियों के लिए एक कहावत चरितार्थ होती है बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी और अंत में यह नशीले कारोबार के खिलाडी पुलिस के जाल में फंस जाते है।
मामला उमरिया जिले के नौरोजाबाद का है। जहां पुलिस द्वारा नशीले प्रदार्थ के तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है जिसमे पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने खांसी की दवा को नशे के रूप में बेचने वाले दो तस्करों को कोरेक्स एवं गांजे की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्यवाही से अब नशा तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।
उमरिया जिले की नौरोजाबाद पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ की गई बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत ग्राम नरवार निवासी धन कुमार पिता रामशरण वैष्णव उम्र 28 वर्ष एवं अफसर अली पिता स्व अनवर अली उम्र 38 वर्ष निवासी कंचनपुर को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। नशा तस्करों के खिलाफ की गई इसी बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत आरोपियों के कब्जे से नौरोजाबाद पुलिस द्वारा 150 शीशी कोरेक्स एवं लगभग 2 किलो गांजा जप्त किया गया है।नौरोजाबाद पुलिस ने दोनों आरोपीयो के खिलाफ धारा 8/20,21,22, NDPS act एवं 13 औषधि नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गईं है।
नौरोजाबाद निरीक्षक अरुणा द्विवेदी ने नौरोजाबाद पुलिस के द्वारा नशे के खिलाफ की गईं कार्यवाही के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर से मिली सूचना में पुलिस को पता चला था कि कंचनपुर निवासी अफसर अली जो कोरेक्स और गांजे का व्यापार करता है, जिसको कोरेक्स और गांजे की सप्लाई करने के लिए धन कुमार वैष्णव निवासी नरवार आने वाला है।
मुखबिर के बताएं अनुसार हम लोगो के द्वारा स्कूल परसेल मोड़ पर घेरा बंदी कर धन कुमार वैष्णव को अफसर अली को लगभग 2 किलो गांजे की सप्लाई देते हुए पकड़ा गया तथा अफसर अली के घर से नौरोजाबाद पुलिस के द्वारा 150 शीशी कोरेक्स भी बरामद किया गया।
इनकी रही भूमिका
उक्त कार्यवाही में मुख्य रूप से नौरोजाबाद नगर निरीक्षक अरुणा द्विवेदी, उप निरीक्षक रसिया साकेत,अमित पटेल, सहायक उपनिरीक्षक दिनेश तिवारी,प्रधान आरक्षक राजेश दुबे,प्रमोद पटेल,अवधेश यादव,देवेंद्र ठाकुर,अतुल मिश्रा,अभिलाष शर्मा,देवेंद्र चौधरी,रावेन्द्र मौर्य महिला आरक्षक साहिन बी की भूमिका सराहनीय रही।
ऐसे उपलब्ध हो जाता है सिरप
सूत्र बताते है की कोरेक्स सिरप को ये नशे के कारोबारी दूसरे जिले से बड़ी संख्या में बुला कर बेचते है। नियम अनुसार यह सिरप डॉक्टर की पर्ची पर ही मरीज को दिया जाना चाहिए लेकिन कई मेडिकल स्टोर्स में यहाँ बिना कोई डॉक्टर के पर्ची के धड़ल्ले से बेचीं जाती है जिसे नशेड़ी बड़ी आसानी से प्राप्त कर लेते है। यही नहीं जिले के कई चाय पान और किराना दुकानों में भी यह बड़ी आसानी से मिल जाती है।