शिवपुरी, राष्ट्रबाण। मध्य प्रदेश के शिवपुरी में कुपोषण का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग के पटपरी गांव में 2 आदिवासी बच्चियों की मौत दस्त एवं निमोनिया से होना बताई जा रही है। दरअसल इस घटना के बाद पोहरी के सीडीपीओ एकीकृत बाल विकास परियोजना नीरज सिंह गुर्जर ने बताया है कि प्रारंभिक जानकारी में दोनों बच्चियों की मृत्यु दस्त एवं निमोनिया से होना बताया गया है। उनकी मृत्यु के कारणों की जांच कराई जा रही है। इस गांव में छह सितंबर को प्रीति एक वर्ष तथा उसके अगले दिन सात सितंबर को लाली आदिवासी एक वर्ष दस्त लगने के कारण मृत्यु होना बताया गया है। इनके परिजनों का कहना है कि दोनों बच्चियों का वजन काफी कम था तथा इन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि आराम नहीं मिलने के कारण वह इन्हें घर ले आए थे। उनके अनुसार मृतक बच्चियों में प्रीति मुरैना जिले के कजरेडू गांव की है तथा रक्षाबंधन के पहले वह अपनी मां सुमित्रा के साथ ग्राम पटपरी अपने नाना के यहां आई थी। परिजनों के अनुसार दोनों बच्चियों को दस्त लगे थे और उसके बाद उनकी मृत्यु हो गयी। बता दें कि आदिवासी बहुल इलाकों में कई बच्चों में लगातार कुपोषण बढ़ता जा रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन की ताजा तिमाही रिपोर्ट के आधार पर मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि प्रदेश में 78 हजार बच्चे कुपोषित मिले हैं। यह रिपोर्ट इसी साल जनवरी, फरवरी और मार्च महीने की है। धार, बड़वानी, डिंडोरी, आगर और हरदा समेत कई अन्य जिलों में कुपोषित बच्चे मिले हैं।