शिवपुरी, राष्ट्रबाण। पुलिस एक और जहां लोगों के लिए मददगार साबित होती है तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों के लिए पुलिस का एक अलग ही रूप देखने को मिलता है। ऐसा ही एक मामला शिवपुरी से सामने आया है जहां अपने बच्चे के अपरहण होने की शिकायत लेकर पहुँचे पिता को एक एसआई पुलिस कर्मी ने थप्पड़ जड़ दिया। यही नही पिता को मारने के बाद एसआई ने रिपोर्ट लिखने से इंकार कर दिया। दरअसल भौंती थाना पुलिस ने अपहृत हुए एक बच्चे को जयपुर से ढूंढ निकाला, लेकिन मुहार से अपहृत हुए एक अन्य बच्चे की एफआइआर लिखने से ही मना कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह बमेरा चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। दिन भर सड़क पर बबाल मचता रहा। पुलिस अधीक्षक ने एसआइ को लाइन अटैच कर दिया, तब ग्रामीण सड़क से हटे। पुलिस ने मामले में गुमशुदगी कायम कर जांच शुरू कर दी है। सोमवार को ओमकार आदिवासी के बेटे का गांव के अभिषेक जाटव और धमेंद्र जाटव से झगड़ा हो गया था। अभिषेक व धर्मेंद्र ने उसकी मारपीट कर दी। ओमकार के बेटे ने मेला देखने गए चाचा जालिम आदिवासी को फोन लगाकर मामले की जानकारी दी। जालिम सिंह मेले से लौट कर आया और सात साल के बेटे आशिक को खेत पर बने घर पर छोड़ गया। वह जाटव समाज के लोगों से बातचीत करने चला गया। फोन लगाकर अभिषेक व धर्मेन्द्र को बुलाया और उन्हें थाने ले गया। रात में पुलिस ने एफआइआर करने से मना कर दिया। पुलिस ने कहा कि सुबह आना तब कार्रवाई होगी। जालिम सिंह व उसके स्वजनों का आरोप है कि पुलिस ने धर्मेंद्र व अभिषेक जाटव को छोड़ दिया। मंगलवार की सुबह उन्होंने आरोपितों के खिलाफ एफआइआर कराई। वह लौट कर गांव आने लगे तभी पत्नी ने फोन करके बताया कि बेटा आशिक घर से गायब है। उसका रात भर से कोई पता नहीं है। उसकी तलाश कर ली उसका कहीं कोई सुराग नहीं चला है।
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चक्काजाम के बाद एसआई लाइन अटैच…
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दो दिन बाद भी बुधवार की सुबह तक बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा, तो आदिवासियों ने बमेरा तिराहे पर चक्काजाम कर दिया। पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया ने मामले की गंभीरता को समझते हए फरियादी को चांटा मारने वाले एसआइ को लाइन अटैच कर दिया है।