गुरुग्राम, राष्ट्रबाण: यूट्यूबर एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर 17 अगस्त को हुई फायरिंग के मामले में फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी इशांत उर्फ इशू गांधी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। जवाहर कॉलोनी, फरीदाबाद का रहने वाला इशांत पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना में हिमांशु भाऊ गैंग ने जिम्मेदारी ली थी, जिसने एल्विश पर सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।
एनकाउंटर और गिरफ्तारी
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच (सेक्टर-30) को सूचना मिली थी कि इशांत शहर में छिपा है। 21 अगस्त की रात को पुलिस ने उसे घेर लिया, लेकिन उसने ऑटोमेटिक पिस्टल से पुलिस पर आधा दर्जन से ज्यादा गोलियाँ दाग दीं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें इशांत के पैर में गोली लगी। घायल होने के बाद उसे गिरफ्तार कर तुरंत अस्पताल ले जाया गया। पुलिस अब उसके आपराधिक नेटवर्क और अन्य साजिशकर्ताओं की जाँच कर रही है, जिसमें हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया जैसे विदेश-आधारित गैंगस्टरों के नाम सामने आए हैं।
फायरिंग की घटना
17 अगस्त को सुबह 5:30 बजे, गुरुग्राम के सेक्टर-57 में एल्विश यादव के घर के बाहर तीन नकाबपोश हमलावरों ने मोटरसाइकिल पर आकर 25-30 गोलियाँ दागी थीं। सीसीटीवी फुटेज में दो हमलावर साफ दिखे, जो मुख्य गेट पर चढ़कर गोलियाँ चला रहे थे। गोलियाँ भूतल और पहली मंजिल पर लगीं, जबकि एल्विश दूसरी मंजिल पर रहते हैं। हमले के समय एल्विश घर पर नहीं थे, लेकिन उनके परिवार और केयरटेकर मौजूद थे। कोई हताहत नहीं हुआ। एल्विश के पिता राम अवतार यादव ने बताया कि उन्हें पहले कोई धमकी नहीं मिली थी।
हिमांशु भाऊ गैंग का दावा
हिमांशु भाऊ गैंग, जिसका नेतृत्व पुर्तगाल-आधारित गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और अमेरिका में मौजूद नीरज फरीदपुरिया करते हैं, ने सोशल मीडिया पर हमले की जिम्मेदारी ली। पोस्ट में दावा किया गया कि एल्विश ने सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देकर “कई घर बर्बाद किए”। गैंग ने अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भी चेतावनी दी कि सट्टेबाजी का प्रचार करने पर “कॉल या गोली” मिल सकती है। नीरज फरीदपुरिया, पलवल (हरियाणा) का रहने वाला, 25 से ज्यादा आपराधिक मामलों में आरोपी है और 2019 में जमानत पर अमेरिका भाग गया था।
एल्विश यादव की पृष्ठभूमि
27 वर्षीय एल्विश यादव, बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता, कई विवादों में रहे हैं। 2023 में नोएडा पुलिस ने उन्हें साँपों का जहर रेव पार्टी में नशीले पदार्थ के रूप में इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 6 अगस्त 2025 को इस मामले में कार्यवाही पर रोक लगा दी। 2024 में, उन्होंने यूट्यूबर मैक्सटर्न को थप्पड़ मारने की बात स्वीकारी थी, और उसी साल दिल्ली में एक क्रिकेट लीग के दौरान धमकी मिली थी।
पुलिस की कार्रवाई
गुरुग्राम पुलिस ने घटनास्थल को सील कर फोरेंसिक साक्ष्य जुटाए और सीसीटीवी फुटेज की जाँच की। परिवार की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है। फरीदाबाद क्राइम ब्रांच अब गैंग के विदेशी कनेक्शन और हमले के पीछे की साजिश की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
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