सिंधु जल संधि पर तनाव: ओवैसी ने पाक की धमकियों को बताया बकवास, क्रिकेट पर भी सवाल

Rahul Maurya

नई दिल्ली,राष्ट्रबाण: भारत द्वारा सिंधु जल संधि (IWT) को स्थगित करने के बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार आ रही धमकियों पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने करारा जवाब दिया है। ओवैसी ने कहा कि भारत के पास ब्रह्मोस मिसाइल जैसी ताकत है, इसलिए पाकिस्तान को ऐसी “बकवास” धमकियाँ देने से बचना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैचों पर भी सवाल उठाया, कहते हुए कि वह ऐसे देश के साथ खेल देखने की अनुमति उनकी अंतरात्मा नहीं देती, जो भारत को हर दिन धमकी देता है। यह बयान पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की युद्ध की धमकी और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के दावे के जवाब में आया कि भारत एक बूँद पानी भी नहीं छीन सकता।

पहलगाम हमले के बाद संधि पर रोक

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, के बाद भारत ने 24 अप्रैल को 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया। इस हमले की ज़िम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट ने ली थी। भारत ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से जोड़ा और संधि को तब तक निलंबित रखने का फैसला किया, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।” संधि के तहत पश्चिमी नदियाँ (सिंधु, झेलम, चिनाब) पाकिस्तान को आवंटित हैं, जबकि पूर्वी नदियाँ (रावी, ब्यास, सतलज) भारत के पास हैं। भारत ने चार बाँधों के निर्माण को भी तेज़ कर दिया है, जिससे पाकिस्तान में जल संकट की आशंका बढ़ गई है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और ओवैसी का पलटवार

पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जाने की धमकी दी। बिलावल भुट्टो ने सुख्खुर में कहा, “सिंधु हमारी है, या तो पानी बहेगा या खून।” ओवैसी ने इसे “बचकाना” बताते हुए कहा, “उन्हें अपनी माँ बेनज़ीर और नाना ज़ुल्फिकार भुट्टो का इतिहास देखना चाहिए।” उन्होंने भारत की सैन्य ताकत पर भरोसा जताया और कहा कि ऐसी धमकियों का भारत पर कोई असर नहीं होगा।

क्रिकेट विवाद और सियासी तनाव

ओवैसी ने 14 सितंबर 2025 को UAE में होने वाले भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “जब हमने हवाई क्षेत्र और व्यापार बंद कर दिया, तो क्रिकेट क्यों खेलें?” यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते” से प्रेरित थी। पाकिस्तान ने भारत पर पहलगाम हमले का आरोप लगाया, जिसे भारत ने खारिज कर दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि संधि का निलंबन पाकिस्तान की 80% कृषि और एक-तिहाई बिजली उत्पादन को प्रभावित कर सकता है, जिससे सिंध और पंजाब में जल विवाद बढ़ सकता है।

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