छिंदवाड़ा में नालकटो पांडवो का आतंक : पुनारी में फेके जा रहे लाखो के दांव, अमरवाड़ा पुलिस की हरी झंडी; नालकट निहाल

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छिंदवाड़ा, राष्ट्रबाण। छिंदवाड़ा जिला अब जुआ खिलाने वाले नालकटों का हब बन गया है। अमरवाड़ा थाना क्षेत्र के पांच नालकटों ने छिंदवाड़ा जिले के आसपास अपनी ख्याति बना कर रोज अलग-अलग स्थान में जुआ फड़ जमा कर लाखो की नाल वसूल रहे है। जानकारों की माने तो इस खेल को खाकी की छूट मिली हुई है। नालकटों द्वारा थाना और एसडीओपी कार्यालय स्तर तक सेटिंग जमाई गई है।

पांच लाख में सब सेट?

सूत्रों की माने तो जुआ के खेल के संचालक नालकट अमरवाड़ा थाना को पूरी तरह सेट किये हुए है। बड़े अधिकारियों को मैनेज करने के नाम पर बड़ी राशि ली जा रही है। शायद यही वजह है की बावन पत्तो के खेल की हरियाली में जिम्मेदार ख़ाकीधारको को रतौंधी की बीमारी हो गई है र सब कुछ जानते हुए भी सब अनजान बने हुए है। सूत्र बट्टे है की थाना सहित एक बड़े अधिकारी को महीने के पांच लाख रूपये नालकटों द्वारा दिए जा रहे है।

जगह बदल-बदल कर खेल जमाते है नालकट

जानकारों की माने तो इस खेल के मुख्य सूत्रधार नालकट पांच लोग है। जुआ के ये पांडव में राजा, राहुल, नेमी, परजीत और अम्बर है। इनके द्वारा अमरवाड़ा थाना अंतर्गत जगह बदल-बदल कर जुआ खेत और जंगलो में जुआ फड़ जमाई जाती है। यह खेल भले ही रात के अंधेरे में जमता है लेकिन यहां दूधिया रोशनी की पूरी व्यवस्था की जाती है। खिलाड़ियों को लेन के लिए स्पेशल वाहन और खाने की व्यवस्था भी की जाती है।

इन स्थानों से आते है खिलाडी

छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थाना अंतर्गत जमाई जाने वाली जुआ फड़ में छिंदवाड़ा सहित परासिया, सावनेर, मंडला, हर्रई, नरसिंहपुर और बैतूल जिले के खिलाडी शिरकत करते है। इन खिलाड़ियों को खेल तक आने के लिए विशेष सुविधा देते हुए वाहन लगाए जाते है। नालकटों द्वारा जगह जगह टावर लगाए जाते है जो खिलाड़ियों को जगह तक पहुंचाने का काम करते है।

पांच से पचास लाख तक का होता है खेल

छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थाना अंर्तगत ग्राम पुण्य में खेला जाने वाला यह गैरकानूनी खेल पांच लाख से पचास लाख तक का बताया जाता है। इस खेल में नालकटों द्वारा भारी नाल वसूली जाती है। ये खिलाडी बड़ी मात्रा में नगद रकम लाते है और एक दाल में लाखो रूपये के दांव लगाते है।

ब्याज में होती है फायनेंस की व्यवस्था

इस खेल में हारे हे खिलाडी के लिए फायनेंस की व्यवस्था भी उपलब्ध होती है। हारे हुए खिलाडी के लिए यहां कुछ फायनेंसर होते है जो ब्याज में खिलाड़ियों को पैसे मुहैया कराते है। यह ब्याज दर प्रतिदिन पांच परसेंट तक बताई जाती है।

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