मुंबई, राष्ट्रबाण। हनीट्रैप मामले में पुलिस ने अपनी चार्जशीट पेश की है जिसमे पुलिस को चौकाने वाले रहस्य सामने आए हैं। दरअसल मुंबई पुलिस ने डेढ़ साल पुराने एक हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप केस को सुलझा लिया है। चार्जशीट के मुताबिक, एक महिला, जिसने 64 वर्षीय एक चीनी व्यवसायी पर मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में यौन उत्पीड़न करने की कोशिश का आरोप लगाया था और दावा किया था कि उत्पीड़न की कोशिशों का विरोध करने के दौरान वह घायल हो गई थी। डेढ़ साल बाद जांच के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में दावा किया है कि कथित महिला ने यौन उत्पीड़न की कोशिश के दौरान विरोध होने पर घायल होने का जो नाटक किया था और हाथों पर जो खून के धब्बे पुलिस को दिखाए थे, वह चिकन ब्लड था। पुलिस ने कहा है कि मोनिका भगवान उर्फ देव चौधरी नाम की महिला ने कथित तौर पर व्यवसायी को फंसाने के लिए अपने तीन सहयोगियों के साथ हनी ट्रैप का खेल खेला था और व्यवसायी से 3 करोड़ रुपये की उगाही की थी। क्राइम ब्रांच सिटी पुलिस की यूनिट 10 ने पिछले हफ्ते मोनिका चौधरी और उसके तीन साथियों – अनिल चौधरी उर्फ आकाश, लुबना वज़ीर उर्फ सपना एक फैशन डिजाइनर और ज्वैलर मनीष सोदी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
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2021 में व्यवसायी हुआ था हनीट्रैप का शिकार…
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आपको बता दें कि नवंबर 2021 में चीनी व्यवसायी ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि चार लोगों के एक गिरोह ने शहर के एक फाइव स्टार होटल में हनी ट्रैप का जाल बिछाया और उससे 3.25 करोड़ रुपये की उगाही की। व्यवसायी ने आरोप लगाया था कि गिरोह उसे वीडियो के जरिए लगातार धमका रहा है और 2 करोड़ रुपये की और मांग कर रहा। पुलिस ने केस की छानबीन करते हुए मामले के तीन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया, जबकि मोनिका की गिरफ्तारी जून 2022 में हुई।