Ujjain News: उज्जैन में संतों के 2 गुटों में हुआ विवाद

Rashtrabaan
Highlights
  • आश्रम पर कब्जे को लेकर आपस भिड़े संतो के 2 गुट
  • साध्वी मंदाकिनी ने लगाया मारपीट और शोषण का आरोप

उज्जैन, राष्ट्रबाण। मध्यप्रदेश के उज्जैन में दो महामंडलेश्वरों के बीच आश्रम पर कब्जे को लेकर विवाद का मामला सामने आया है। विवाद के बाद पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं होने पर महामंडलेश्वर साध्वी मन्दाकिनी देवी ने आत्मदाह की धमकी भी दी है। मंदाकिनी ने कहा कि अगर थाने पर एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो मैं मुख्यमंत्री के बंगले के सामने पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लूंगी। मंदाकिनी ने यह भी आरोप लगाया है कि वह जब बीच-बचाव करने पहुंची थी तो उनके साथ गंदे तरीके से छेडख़ानी की गई। आश्रम से जुड़े सदस्य ने उन्हें धन का लालच देकर कहा तुम्हारी जिंदगी बना दूंगा तुम इस संत का साथ छोड़ दो। इस मामले को लेकर पुलिस को शिकायत की तो उन्होंने एफआईआर दर्ज नहीं की। उसके बाद मैंने आईजी से कहा तो उन्होंने कहा कि जल्दी आपकी सुनवाई हो जाएगी लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं होने पर मुझे यह कदम उठाना पड़ेगा।

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साध्वी मंदाकिनी ने आत्मदाह की दी धमकी
उज्जैन में निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर मन्दाकिनी देवी ने परमधाम में हुए विवाद में बीच बचाव करने के दौरान महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानन्द महाराज के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। इस पूरे विवाद में महाकाल थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होने से नाराज मन्दाकिनी दीदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बंगले के सामने आत्मदाह करने की धमकी दी है। साध्वी मन्दाकिनी ने बताया कि शिवराज के राज में साधु संतों की सुनवाई नहीं हो रही है। साध्वी ने आरोप लगाया कि उनके साथ चार-पांच दिन पहले कहार वाड़ी स्थित परमधाम आश्रम में मारपीट की घटना के साथ छेड़छाड़ हुई थी। इसकी शिकायत महाकाल थाने में की थी। पुलिस छेड़छाड़ की धारा में मामला दर्ज नहीं कर रही है। अब जल्द ही भोपाल में संत पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे और में सीएम हाउस के सामने आत्मदाह करूंगी।

छेड़छाड़ करने का भी लगाया आरोप
साध्वी मन्दाकिनी ने बताया कि कहार वाड़ी स्थित परमधाम में वहां रहने वाले संत बोधानन्द जी की अनुमति से आश्रम में कथा कर रही थी। इस दौरान शनिवार को सुबह सम्पूर्णानन्द, ज्योतिर्मयानन्द और वेदानन्द महाराज ने आश्रम पर कब्जे करने की कोशिश में पहले बोधानन्द जी के साथ मारपीट की और फिर मेरा हाथ पकड़कर छेड़छाड़ की। वहां तीनो ने पुलिस के सामने मेरा हाथ पकड़ा। हरिद्वार के संत महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयनन्द जी ने बताया कि पूरा विवाद आश्रम पर कब्जे को लेकर है। कहार वाड़ी स्थित आश्रम परमधाम संत ब्रह्मलीन युगपुरुष परमानन्द जी महाराज ने बनवाया था। उनके स्वर्गवास के बाद हमारे ड्राइवर रहे बोधानन्द ने सन्यास ले लिया था। जिसके बाद कोविड के समय हम लोग उज्जैन आ नहीं पाते थे जिसके चलते बोधानन्द को यहां देख भाल के लिए छोड़ दिया था। कुछ दिन पहले एक महिला से उसका विवाद हुआ वीडियो वायरल होने के बाद हमने उसको यहां से किसी और आश्रम में जाने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया। 16 जुलाई को मन्दाकिनी दीदी एक महिला के साथ आई। मौके पर पुलिस भी थी। उन्होंने आश्रम का ताला तोडऩे की कोशिश की। इस बीच हमने मना किया तो उनके साथ एक अन्य महिला हमसे विवाद करने लगी। मन्दाकिनी दीदी हमारी बहन है, हम पर लगे सभी आरोप सरासर गलत है पुलिस की उपस्थिति में उन्होंने ताला तोडऩे की कोशिश की। वो कुछ लोगों को साथ लेकर आई और हमारे लोगो को धमकाया आश्रम में कब्ज़ा करने की कोशिश की।

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