उज्जैन, राष्ट्रबाण। उज्जैन में मासूम के साथ हुए बलात्कारी के घर को प्रशासन द्वारा जमीदोंज कर दिया गया। इसके बाद अब आरोपी का परिवार दर-दर भटक रहा है। वहीं रेप कांड में आरोपी को आठ दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। शहरवासी आरोपी के परिवार को मकान देने के लिए तैयार नहीं है। एक तरह से माना जा रहा है कि शहर वासियों ने आरोपी के परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। कुछ दिन पहले उज्जैन में सतना जिले की नाबालिग बालिका के साथ हैवानियत का मामला सामने आया था। इसे लेकर शहर वासियों में जमकर आक्रोश व्याप्त है। प्रशासन द्वारा उसके अवैध अतिक्रमण को तोड़ने के बाद परिवार शहर में किराए का मकान ढूंढने निकला है। गुरुवार दोपहर तक आरोपी के माता-पिता, भाई और भाभी ने ई-रिक्शा पर सामान बांध लिया था और पिता बापू नगर चिंतामन नगर सहित कई कॉलोनी में किराए का मकान ढूंढने निकला। लेकिन मिली जानकारी अनुसार आरोपी के पिता को उज्जैन की 25 से अधिक कॉलोनी में मकान ढूंढने के बाद भी नहीं मिला। इतना ही नहीं मकान मालिकों ने उन्हें दुत्कार कर भगा दिया और कहा कि दोबारा मत आना। वहीं जिस पर्यटन होटल के बाहर आरोपी के परिवार ने कब्जा कर रखा था, उसे होटल के अधिकारियों ने भी हटाने के लिए कह दिया है। गौरतलब है कि 20 सालों से आरोपी ओर उसके परिवार ने 2 हजार स्क्वायर फीट की सरकारी जमीन पर मंदिर बनाकर कब्जा कर रखा था।
8 दिन की न्यायिक हिरासत में आरोपी को भेजा जेल
गुरुवार को पुलिस आरोपी की 7 दिन की जुडिशियल कस्टडी समाप्त होने के बाद महाकाल थाना पुलिस आरोपी को लेकर एम्बुलेंस से जिला न्यायालय पहुंची थी। विशेष न्यायाधीश कीर्ति कश्यप ने कोर्ट के बाहर आकर आरोपी भरत सोनी को 8 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस दौरान पुलिस ने दोपहर में जिला अस्पताल ले जाकर उसका मेडिकल टेस्ट करवाया और घटना के दिन पहने हुए कपड़े और मोबाइल को जब्त किया। गोरतलब है कि पुलिस आरोपी को ले जाकर घटना स्थल का मौका मुआयना कर रही थी। इस दौरान आरोपी ने पुलिस को धक्का देकर भागने की कोशिश की थी जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया था और अब चलने की स्थिति में नहीं है।