बैतूल, राष्ट्रबाण। प्रभात पट्टन तहसील के ग्राम बोरपेंड में एक किसान परिवार के साथ दबंगई की सारी हदें पार कर दी गईं। किसान परिवार के सिर से जबरन छत ही छीन ली गई। दबंगो ने घर के ऊपर चढ़कर पूरी छत के कवेलू एक-एक कर उतार दिए और तोड़फोड़ कर दी। अब बरसात के मुहाने पर यह गरीब परिवार खुले आसमान के नीचे जिंदगी गुजारने को मजबूर है। घर में रखा 70 क्विंटल अनाज भी बारिश की भेंट चढ़ने की कगार पर है। डरे-सहमे इस परिवार ने आखिरकार पुलिस अधीक्षक से इस मामले की शिकायत है, लेकिन अब तक कोई राहत नहीं मिली है।
बोरपेंड निवासी पीड़ित आवेदक देवशंकर बारपेटे ने एसपी से शिकायत करते हुए बताया कि उनके मकान पर जबरदस्ती चढ़कर पड़ोसियों ने कवेलू तोड़ दिए, जिससे उनका मकान पूरी तरह से खुल गया है और वे बीते कई दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। देवशंकर बारपेटे का कहना है कि उनकी पुश्तैनी भूमि खसरा नंबर 196 बी रकबा 126 पी 94 वर्ग मीटर पर पिछले 50 वर्षों से मकान बना हुआ है, जिसमें वे अपने परिवार सहित निवास करते हैं। उनके पड़ोसी दुर्गा पति सुरेश बारपेटे एवं रेखा पति रूपराम बारपेटे का मकान पास ही स्थित खसरा नंबर 196 बी रकबा 125 पी यानी 81 वर्ग मीटर पर है।
आवेदक के अनुसार, 9 जून को शाम लगभग 6:30 बजे अनावेदकों ने जबरन उनके मकान पर चढ़कर कवेलू उतार दिए और कुछ नीचे फेंक दिए। इस घटना में कई कवेलू टूट गए और मकान की छत पूरी तरह से खुल गई है। बरसात के चलते अब मकान की दीवार गिरने की आशंका बनी हुई है। देवशंकर बारपेटे ने बताया कि इस समय उनका परिवार खुले आसमान के नीचे पांच से छह दिन से रह रहा है और उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके मकान में करीब 20 क्विंटल चना और 50 क्विंटल गेहूं रखा हुआ है, जो कि लगातार बारिश के चलते खराब होने की कगार पर है। इस पूरे घटनाक्रम में उन्हें लगभग 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि घटना का वीडियो भी उनके पास है और उन्होंने इस संबंध में थाना मुलताई की मासोद चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई है, साथ ही हल्का पटवारी को भी सूचना दी गई है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। देवशंकर का कहना है कि जब उन्होंने रिपोर्ट की बात कही तो अनावेदकों ने उन्हें और उनके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। जिससे अब पूरा परिवार डरा-सहमा हुआ है। एसपी को दिए आवेदन में देवशंकर बारपेटे ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे परिवार सहित आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल अनावेदकों पर सख्त दण्डात्मक कार्यवाही की जाए और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।