सिवनी, राष्ट्रबाण। जिला सिवनी के कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक सुरेश सोनी को रिश्वत के मामले में सिवनी से धनोरा ट्रासंफर कर दिया गया है। दरअसल बीते दिनों प्रधान आरक्षक द्वारा 4 हजार की रिश्वत मांगते हुए वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस महकमे में हलचल मच गई थी। रिश्वत मांगने वाला वीडियो जैसे ही सामने आया था उसके बाद यह मुद्दा राष्ट्रबाण अखबार द्वारा प्रमुखता से उठाया गया था। राष्ट्रबाण की खबर के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रधान आरक्षक सुरेश सोनी को सिवनी से धनोरा अटैच किया गया है।
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क्या था पूरा मामला…
गौरतलब है की 20 जून को एक वीडियो सामने आया था जिसमे प्रधान आरक्षक सुरेश सोनी चार हजार की रिश्वत मांगते हुए दिखाई दे रहा था। दरअसल सुरेश सोनी द्वारा किसी शिकायत पर आरोपी से चार हजार रूपये की रिश्वत बियर की बोतल की जप्ती नहीं बनाने के लिए मांगी गई थी। आरोपी के अनुसार उसकी शिकायत अपने परिचित के द्वारा की गई थी, शिकायत झूठी थी लेकिन पुलिस विभाग ने बिना किसी जांच के उसे कार्यवाही का डर दिखाते हुए उससे पैसे की मांग की थी।
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वीडियो में क्या बोल रहा था प्रधान आरक्षक
वीडियो में प्रधान आरक्षक सुरेश सोनी आरोपी को डराते हुए दिखाई दे रहा था। आरोपी द्वारा पंद्रह सौ रूपये होने की बात कही गई तो सुरेश सोनी द्वारा दो व्यक्ति का कम से कम चार हजार की व्यवस्था करने को कहा। वीडियो आने के बाद पुलिस द्वारा मामले की जांच की गई जिसके बाद रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक को धनोरा अटैच कर दिया गया।
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एक सवाल ? क्या ऐसी कार्यवाही से रिश्वतखोर पुलिस में होगा ख़ौफ
वीडियो वायरल होने के बाद जहां सिवनी एसपी द्वारा प्रधान आरक्षक को सिवनी कोतवाली थाने से हटाकर धनोरा अटैच कर दिया गया है। लेकिन एसपी की इस कार्यवाही से रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों पर ख़ौफ का माहौल बनेगा? यह एक बड़ा सवाल है। इस तरह की कार्यवाही से रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों के हौसले ओर बुलंद होंगे। और आगे भी वह इस तरह की कार्यशैली में लिप्त रहेंगे। स्थानीय लोगों की माने इस कार्यवाही से वह संतुष्ट नही दिखाई दे रहे हैं। दबी जुबान में लोग कह रहे हैं की कार्यवाही ऐसी हो जो सभी रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों के लिए नजीर बने।