Chhindwara News: तांत्रिक पूजा के नाम पर किन्नरों ने डॉक्टर के घर की 12 लाख की ठगी

Rashtrabaan
Highlights
  • पति की सेहत के लिए पूर्व महिला डॉक्टर ने करवाई थी तांत्रिक पूजा
  • पोटली में 12 लाख के जेवर बंधवाकर 9 दिन तक न खोलने की दी थी चेतावनी

छिंदवाड़ा, राष्ट्रबाण। छिंदवाड़ा में तंत्र मंत्र की पूजा की आड़ में किन्नरों ने एक महिला डॉक्टर के घर लाखों की ठगी कर ली है। दरअसल घटना छिंदवाड़ा के चांदनगर की है यहां किन्नरों ने डॉक्टर दंपती के घर से 12 लाख के सोने के जेवर पार कर दिए। मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर दंपत्ति ने अपने पति की सेहत के लिए घर में तंत्र पूजा करवाई जहां चार किन्नरों ने पीली पूजा की बात कहकर सारे सोने के जेवर मंगवा लिए। जेवर एक पोटली में बंधवा दिए और बोले 9 दिन तक खोलकर नहीं देखना।
शक होने पर परिवार ने पोटली खोली तो उसमें से चावल निकले। घटना 24 जुलाई की है। दंपती ने 25 जुलाई को मामले का पता चलने पर केस दर्ज कराया है। चांद थाने के TI अभिषेक उपाध्याय के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की जा रही है। जानकारी के अनुसार मनोज चौरसिया और उनकी पत्नी अपर्णा चौरसिया दोनों डॉक्टर हैं। अर्पणा चौरसिया AIIMS नागपुर में RMO रह चुकी हैं। TI अभिषेक उपाध्याय के मुताबिक, डॉक्टर अपर्णा ने शिकायत में बताया कि चार किन्नरों में से एक को वह जानती हैं। वह करीब 5 साल से उनके घर आता-जाता रहता था। हम उसे किन्नर समझकर कुछ पैसे दे देते थे। वह अपने को मोहननगर छिंदवाड़ा में रहने वाला बताता था। यही अन्य तीन किन्नरों को भी अपने साथ लाया था। इनमें से एक खुद को गुरु बता रहा था। 24 जुलाई की तारीख पूजा के लिए तय हुई। किन्नर अपने तीन अन्य साथियों को लेकर सुबह 11 बजे आया था। चारों कार से आए थे।

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चारणामृत पीने के बाद हिप्नोटॉयज हो गए दम्पति

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दंपती ने बताया कि किन्नरों ने पूजा के लिए चावल, पानी और अगरबत्ती लाने के लिए कहा। उन्हें सारा सामान लाकर दे दिया। उन्होंने टीका लगाकर पानी को चरणामृत कहकर पीने के लिए दिया। इसके बाद बोले कि आपके यहां पीली पूजा करना पड़ेगी। हम इसे समझे नहीं तो बोले के सोने के गहनों की पूजा करना पड़ेगी। पानी पीने से हम उनके वशीभूत हो गए थे। वे जैसा कहते गए, हम वैसा करते गए। उन्होंने लाल कपड़ा और सवा किलो चावल मंगवाए। सारे जेवर मंगवाकर चावल के साथ रखकर पोटली बंधवाई। पूजा कर पोटली वहीं रख दी। फिर यह कहते हुए चले गिए कि हम आधे घंटे में दूसरे जजमान के यहां से आते हैं। कुछ देर बाद किन्नर दोबारा पूजा करने के लिए उनके घर आए। वापस आए तो फिर पूजा की। पोटली को आसपास घर में घुमाने के लिए कहा। बोले- हम पोटली अपने हाथ से वहीं रखेंगे, जहां रखना है। पूजा के दौरान कहा कि हमारी ओर मत देखना। हम उनके कहे अनुसार करते जा रहे थे। पोटली को 9 दिन तक खोलकर नहीं देखने के लिए कहा और 5 हजार रुपए दक्षिण लेकर चले गए। इसके बाद हम अपने घर पर ही क्लिनिक में पेशेंट देखने लगे। शाम को पूजा करने ऊपर वाले कमरे पर गए। हम अपने पूरे होश में नहीं थे।
जब होश आया और पोटली खोलकर देखी तो उसमें सिर्फ चावल रखे थे।

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