इलाहाबाद, राष्ट्रबाण। ज्ञानवापी फैसले को लेकर आज फैसला होना है। ऐसे में शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच ASI सर्वे किया जा रहा है। यह सर्वे 12:00 बजे तक किया जाना था जिसे जुमे की नमाज के लिए अब रोक दिया गया है। इससे पहले सर्वे में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था। मस्जिद के वजू खाने में शिवलिंग के होने का दावा किया जा रहा है। वहीं इलाहाबाद हाई कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में ASI का सर्वे जारी है। लेकिन अब यह सर्वे रोक दिया गया है। इसके बाद एएसआई सर्वे शाम को 3 से 5 बजे के बीच हो सकता है। आपको बता दें कि ज्ञानवापी परिसर में सर्वे ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक के जरिए हो रहा है। इस तकनीक में बिना जमीन खोदे ही 10 मीटर गहराई तक धातु व अन्य संरचनाओं के बारे में जानकारी मिल जाती है। वहीं इस बीच आज एएसआई सर्वे में मुस्लिम पक्ष शामिल नही हुआ है। दरअसल मुस्लिम पक्ष को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है। सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले को लेकर सुनवाई होगी। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी की याचिका को खारिज कर दिया था और जिला कोर्ट के ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक सर्वे के फैसले को यथावत रखा था।
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आखिर क्या है ज्ञानवापी विवाद
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अगस्त 2021 में 5 महिलाओं ने वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिविजन) के सामने एक वाद दायर किया था, जिसमें महिलाओं ने ज्ञानवापी परिसर के बगल में बने श्रृंगार गौरी मंदिर में रोज पूजा करने की अनुमति मांगी थी। 5 महिलाओं की याचिका पर जज रवि कुमार दिवाकर ने ज्ञानवापी परिसर का एडवोकेट सर्वे कराने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद ही यहां 3 दिन का सर्वे हुआ था और इस सर्वे में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था। मस्जिद के वजू खाने में शिवलिंग के होने का दावा किया जा रहा है। दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वो शिवलिंग नहीं, बल्कि फव्वारा है जो हर मस्जिद में होता है। इसके बाद हिंदू पक्ष ने विवादित स्थल को सील करने की मांग की थी। सेशन कोर्ट ने विवादित स्थल को सील करने का आदेश दिया था और इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।