शिमला, राष्ट्रबाण। मध्यप्रदेश में कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गई थीं। हालांकि बुधवार को उन्होंने मीडिया के सामने आकर इन खबरों का खंडन कर दिया है। सुक्खू ने कहा कि कहा कि उनकी सरकार पूरे पांच साल चलेगी और उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने मीडिया में चल रही इस्तीफे की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि वह योद्धा हैं और युद्ध की तरह लड़ते रहेंगे। सुक्खू ने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार को बहुमत हासिल है और भाजपा के कई विधायक भी संपर्क में हैं।
मीडिया से क्या कहा…
इस्तीफे की खबरों के बीच मीडिया के सामने आकर सुक्खू ने कहा, ‘आम आदमी की सरकार है। भाजपा जिस तरह का बर्ताव कर रही है वह उचित नहीं है। हमारी सरकार पूरे पांच साल चलेगी। राज्यसभा चुनाव के बाद जो परिस्थिति है उसके बाद भी हमारे पास बहुमत है। उनके (भाजपा) कुछ विधायक भी हमारे संपर्क में हैं। भाजपा अच्छा ड्रामा कर रही है।’ सुक्खू ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि इस्तीफे की खबर कैसे आई। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के एक विधायक से कहा कि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया तो उन्हें बाहर आकर स्थिति स्पष्ट की। सुक्खू ने कहा, ‘हम योद्धा हैं, युद्ध की तरह लड़ते हैं। हम जीतेंगे, मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है।
आखिर क्यों आया संकट…
हिमाचल प्रदेश में सरकार पर संकट मंगलवार को उस वक्त खड़ा हो गया जब 40 विधायकों वाली कांग्रेस का उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में हार गया। 6 कांग्रस और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा के हक में वोटिंग करके भगवा पार्टी के प्रत्याशी हर्ष महाजन को जितवा दिया। रही सही कसर वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य के इस्तीफे ने पूरी कर दी। उन्होंने अपने पिता, अपने और विधायकों के अपमान का आरोप लगाते हुए पद छोड़ दिया।