लांजी विधायक हिना कावरे के क्षेत्र में उनके कार्यकर्ता नियम, कायदा कानून को जूते की नोंक पर रगड़ रहे हैं। हिना के करीबियों की मनमानी और बेलगाम भ्रष्टाचार अब क्षेत्र के लिए शिष्टाचार का रूप ले चुका हैं। इनके खिलाफ शिकायतों पर कार्यवाही करने की हिमाकत शासन प्रशासन भी नहीं कर पा रहा हैं तो क्षेत्रीय विधायक हिना कावरे भी सब कुछ जानते देखते हुए भी गांधारी की भूमिका निभाते हुए आंखों पर पट्टी बांधे हुए हैं। अब क्षेत्र की जनता भी कह रही है जब कमीशन की मलाई चटाई जाए तो सब संभव हैं। हमारी विधायक हिना है तो सब मुमकिन हैं।
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किरनापुर। राष्ट्रबाण
लांजी विधानसभा क्षेत्र में इन दिनो पंचायतो के काम काजो में जमकर भ्रष्टाचार चल रहा है। वही अपने लांजी विधायक हीना कावरें के संरक्षण के चलते पंचायतकर्मी भी हीना के चहिते ठेकेदारो को बिना निविदा के ही निर्माण कार्य का टेंडर सौंप रहे है। जिसके चलते भ्रष्टाचार का कुंआ दिन-ब-दिन गहरा होता रहा है और ठेकेदार हीना के मालकमाऊ कार्यकर्ता बन चुके है। विगत दिनो ही जनपद पंचायत किरनापुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत नक्शी में निर्माण कार्यो में पंचायत के जिम्मेंदारो और ठेकेदारो के बीच खूब जुगलबंदी चलने का मामला प्रकाश में आया था। जहां निर्माण कार्यो में जिम्मेंदारो द्वारा ना सिर्फ भ्रष्टाचार किया गया बल्कि शासकीय राशि का विदोहन भी करवाया गया। सुत्रो का दावा है कि इस पूरे खेल में क्षेत्र की विधायक हीना कांवरे का भरपूर संरक्षण मिल रहा है, क्योकि पंचायत स्तर से लेकर ठेकेदार तक लांजी विधायक हीना कावंरे के खास परिचित बतायें जा रहे है। जिनमें राधेश्याम सिंघनधुवे का नाम सर्वेसर्वा के रूप में गीना जा रहा है।
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आपको बता दे कि पूर्व में करीब 6 लाख रूपये की लागत से ग्राम पंचायत नक्शी में सेग्रिगेशन सेड बनाया गया था, जिसे पिछले एक साल से जीर्णशीर्ण अवस्था में अधूरा छोड़ दिया गया था। वही किनारे में 99 हजार रूपये की लागत से ओटला निर्माण कराया गया, जो गुणवत्ताहीन कार्य होने से पूरी तरिके से टूट चुका है। इसके अलावा नक्शी के शासकीय हाईस्कूल में अतिरिक्त कक्ष का भी निर्माण कार्य करवाया गया, वह भी समयावधि पूर्ण होने पर भी अधूरा पडा हुआ था। जब ये तमाम मामले मीडिया की सुर्खियां चढे, तो आनन फानन में संबधित ठेकेदार के द्वारा निर्माण कार्य पूर्ण किया गया। उस दौरान कई कच्चे व पक्के निर्माण कार्यो का बिना किसी निविदा के कार्य कराने का खुलासा हुआ था। जिससे कई जिम्मेंदार भी बौखला उठे थे। यह मामला तब पकड़ में आया, जब सूचना के अधिकार के तहत निर्माण कार्यों की विभाग से जानकारी मांगी गई। जहां मांगी गई जानकारी से निर्माण कार्यो में किये गये भ्रष्टाचार से पर्दा उठ गया और लोगो के बीच हडकंप मच गया।
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इससे साफ प्रतित हो रहा है कि लांजी किरनापुर क्षेत्र की अधिकांश पंचायतो में बिना नियमावली के व बिना टेंडर प्रक्रिया के निर्माण कार्य करवाया जा रहे है जिसमें खासतौर पर लांजी विधायक हीना कावरें का सरंक्षण मिलना बताया जा रहा है। ताकि प्रथम चरण में पंचायत के काम काजो में ठेकेदार की भूमिका निभा रहे उसके अपने चहेते कार्यकर्ताओं को लाभ मिले और उसके बाद कमीशन का टुकडा हीना तक भी पहुंचे। यदि लांजी विधायक हीना कावरें का ऐसा ही संरक्षण मिलता रहा तो एक दिन क्षेत्र की तमाम पंचायते दलालो और भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन जायेगी। क्योकि बना निविदा प्रक्रिया के अपने चहेते व सप्लायरों को काम दिलवाना लंबी सांठगांठ एवं भ्रष्टाचार को खुले तौर पर दशार्ता है। जबकि निर्माण कार्यो को लेकर शासन द्वारा गाईडलाईन तय की गई है कि निर्माण सामाग्री हेतू निविदा जारी करना अनिवार्य है। अब ऐसे में जवाल यह भी उठ रहे है कि अपनी छवि का आईने की तरह साफ बताने वाली लांजी विधायक हीना कावरें, शिकायतो के आधार पर क्षेत्र की विभिन्न पंचायतो में हुए निर्माण कार्यो की जांच करवा पायेगी या फिर मौन रहकर ही शासन प्रशासन व लोगो की आंखो में धूल झोंकने का सिलसिला बरकरार रहेगा।