बीना, राष्ट्रबाण। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने निर्धारित दौरा कार्यक्रम पर मध्य प्रदेश के बीना पहुँचे। जहां नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स की आधारशिला रखी। वहीं पीएम मोदी ने जी20 सम्मेलन के सफल आयोजन का जिक्र किया तो दूसरी तरफ विपक्ष पर हमलावर नजर आए। दरअसल पहली बार मोदी ने सनातन धर्म को लेकर डीएमके समेत कुछ दलों के नेताओं की ओर से की गई बयानबाजी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पीएम मोदी ने सनातन विरोध को लेकर ‘इंडिया गठबंधन’ पर जोरदार प्रहार किया और आरोप लगाया कि मुंबई की बैठक में संकल्प लेने के बाद ऐसा किया गया है। पीएम ने कहा कि वे सनातन को खत्म करके दोबारा भारत को गुलामी के दौर में ले जाना चाहते हैं। पीएम मोदी ने ‘इंडिया’ अलायंस को इंडि अलायंस और घमंडिया गठबंधन कहते हुए कहा कि इनका नेता और नेतृत्व तय नहीं है, लेकिन सनातन के विरोध का संकल्प ले लिया है। उन्होंने कहा, ‘एक तरफ आज का भारत दुनिया को जोड़ने का सामर्थ्य दिखा रहा है। दुनिया के मंचों पर यह हमारा भारत विश्व मित्र के रूप में सामने आ रहा है। दूसरी तरफ कुछ ऐसे दल भी हैं जो देश को, समाज को विभाजित करने में जुटे हैं। इन्होंने मिलकर एक ‘इंडि’ अलायंस बनाया। इसे कुछ लोग घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। इनका नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है, लेकिन इन्होंने पिछले दिनों मुंबई में जो मीटिंग हुई थी, मुझे लगता है उसमें उन्होंने आगे घमंडिया गठबंधन कैसे काम करेगा उसकी नीति और रणनीति बना दी है। उन्होंने अपना हिडन अजेंडा तय कर लिया। इनकी नीति है- भारत की संस्कृति पर हमला करने की। इस गठबंधन का निर्णय है- भारतीयों की आस्था पर हमला करो। इनकी नीयत है भारत को जिस विचारों ने, जिस संस्कारों ने, जिस परंपराओं ने हजारों वर्षों से जोड़ा है उसे तबाह कर दो।’
घमंडिया गठबंधन सनातन परंपरा को समाप्त आया है…मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘जिस सनातन से प्रेरित होकर देवी अहिल्या बाई होल्कर ने देशभर में समाजिक काम किए, देश की आस्था की रक्षा की, यह घमंडिया गठबंधन उस सनातन परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। ये सनातन की ताकत थी कि झांसी की रानी लक्ष्मी बाई अंग्रजों को यह कहते हुए ललकार पाई कि मैं झांसी नहीं दूंगी। जिस सनातन को गांधी जी ने जीवनभर मान, जिन भगवान श्रीराम ने उनको जीवन भर प्रेरणा दी, उनके आखिरी शब्द थे हे राम। ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं। जिसन सनातन से प्रेरित होकर स्वामी विवेकानंद ने समाज की बुराइयों के प्रति जागरूक किया, इंडी गठबंध के लोग उस सनातन को खत्म करना चाहते हैं।’