भिंड, राष्ट्रबाण। मध्यप्रदेश में लोकायुक्त विभाग की टीम द्वारा भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। बावजूद इसके भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की रिश्वतखोरी कम होने का नाम नहीं ले रही है। काम करने, करवाने और रिपोर्ट बनाने के नाम पर सरकारी अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत मांगते हैं। कहने का तात्पर्य प्रदेश के सरकारी दफ्तरों में बिना पैसे का कोई काम नहीं होता है। लोग पैसे के लिए इतने नीचे गिर जाते है जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। ऐसा ही एक मामला ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी का प्रकाश में आया है। यह मामला भिंड जिले के मेहगांव का है जहां पर मरी भैंस की पीएम रिपोर्ट बनाने पशुपालक किसान से रिश्वतखोर ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी भूपेंद्र सिंह कैमरे में कैद हो गया है। पशु चिकित्सा अधिकारी दो हजार रुपए लेते कैमरे में कैद हुआ है। किसान से मरी हुई भैंस की पोस्टमार्टम की झूठी रिपोर्ट बनाने के नाम पर रिश्वत ली थी। बताया जाता है कि कुएं में गिरने से भैंस की मौत हुई थी। झूठी रिपोर्ट से शासन द्वारा उचित मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया था। पैसे लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। आरोपी ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी मेहगांव में पशु अस्पताल में पदस्थ है।