भोपाल, राष्ट्रबाण। अगस्त में बारिश के तेवर कम दिखाई दिए थे लेकिन सितम्बर माह में बारिश अपने सख्त तेवर दिखा रही है। बंगाल की खाड़ी से उठे मानसूनी सिस्टम की वजह से मध्यप्रदेश तरबतर हो गया। भारी बारिश से सिवनी में वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। वैनगंगा नदी पर बने संजय सरोवर बांध के 5 गेट खोल दिए गए हैं। बालाघाट जिले सहित महाराष्ट्र के गोंदिया और भंडारा के निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार दोपहर 12 बजे बरगी डैम के 7 गेट खोल दिए गए। इससे नर्मदा तट के घाटों में 5 से 10 फीट तक पानी पहुंचेगा। शुक्रवार सुबह से ही भोपाल, नर्मदापुरम और छिंदवाड़ा, रायसेन में तेज बारिश शुरू हो गई। बालाघाट में भारी बारिश के चलते प्रशासन ने बोर्ड पैटर्न पर हो रही तिमाही परीक्षा का 15 सितंबर को होने वाला पेपर रद्द कर दिया है। परसवाड़ा के सलंगटोला में रोड धंस गई। इससे जिले का सिवनी से संपर्क टूट गया। जिले की महकारी नदी में उफान आने से ग्रामीण क्षेत्रों में 24 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए है। यहां होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी है। ग्रामीणों को ग्राम के सामुदायिक भवन और पंचायत भवनों में रखा गया है।
15 और 16 सितंबर को तेज बारिश का अलर्ट
भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन और सागर संभाग में ऑरेंज अलर्ट है। कुल 36 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। गुरुवार को भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर समेत 28 से ज्यादा जिलों में पानी गिरा। 24 घंटे के अंदर बालाघाट जिले के मलांजखंड में 6.5, सिवनी में 5.7 और नरसिंहपुर में 4 इंच बारिश दर्ज की गई। 13 सितंबर से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने 15 और 16 सितंबर को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। गुरुवार को खंडवा, खरगोन, मलाजखंड, जबलपुर, नौगांव, नरसिंहपुर, भोपाल, इंदौर, खजुराहो, सागर, रायसेन, ग्वालियर, गुना, उज्जैन, मंडला, धार, नर्मदापुरम, पचमढ़ी और बैतूल में भी बारिश हुई। देर रात तक बारिश का दौर चलता रहा।
पिछले 14 घँटे में कैसा रहा बारिश का मिजाज..
मलंजखंड (बालाघाट) 6.5, सिवनी 5.7, नरसिंहपुर 4.05, छिंदवाड़ा 2.12, मंडला 1.86, उमरिया 1.84, खंडवा 1.81,खरगोन 1.67, पचमढ़ी 1.33, भोपाल शहर 1.18,जबलपुर , 1.11, रायसेन 0.90, नौगांव 0.59, खजुराहो 0.57, सागर 0.51, रतलाम 0.23, भोपाल 0.21, बैतूल 0.21, सीधी 0.21, नर्मदापुरम 0.17, इंदौर 0.16 शिवपुरी 0.15, ग्वालियर 0.09, टीकमगढ़ 0.07,उज्जैन 0.07, धार 0.06, गुना 0.06, सतना 0.03, दमोह 0.03
तवा डैम का जलस्तर 1165.70 फिट पहुंचा
नर्मदापुरम के तवा डैम का जलस्तर शुक्रवार की सुबह 10 बजे 1165.70 फीट रिकॉर्ड किया गया। तवा डैम में लगातार पानी बढ़ रहा है। इस कारण पांच गेटों को सुबह 10.30 बजे पांच फिट की ऊंचाई तक खोले दिए गए। इस दौरान 44065 क्यूसेक पानी तवा नदी में छोड़ा जाएगा। बारिश की वजह से नर्मदापुरम में इस सीजन तवा बांध के गेट तीसरी बार खोलना पड़ रहे हैं। 13 सितंबर को भी गेट खोले गए थे। इससे पहले 19 अगस्त को बांध के गेट खोले गए थे।
प्रदेश में 30 इंच से ज्यादा बारिश
प्रदेश में औसत 30.76 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 34.91 इंच होनी चाहिए थी। जुलाई के बाद अगस्त में सूखा रहने से ओवरऑल बारिश का आंकड़ा 12% कम है। चूंकि, 24 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा। ऐसे में उम्मीद है कि ओवरऑल बारिश का आंकड़ा भी बढ़ जाएगा।
एमपी में इसलिए फिर तेज बारिश
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया, उत्तरी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा तट के आसपास से लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) एक्टिव है। वहीं, साइकोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी है। जिसके अगले दो दिन में ओडिशा और छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं, मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर, शिवपुरी, सीधी, जमशेदपुर होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर गुजर रही है। इस कारण मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर है। 18 सितंबर तक यह सिस्टम एक्टिव रहेगा। इसके बाद फिर नया सिस्टम एक्टिव हो जाएगा, जो 24 सितंबर तक रहेगा।
24 घंटे में कैसा रहा मौसम
मध्यप्रदेश के भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर समेत प्रदेश के 18 जिलों में गुरुवार को बारिश हुई। शाम तक खंडवा में सबसे ज्यादा 45 मिमी यानी 1.77 इंच पानी गिर गया। वहीं, खरगोन में एक इंच बारिश हुई। मलाजखंड में आंकड़ा एक इंच के करीब रहा। जबलपुर, नौगांव, नरसिंहपुर में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। वहीं, भोपाल, इंदौर, खजुराहो, सागर, रायसेन ग्वालियर, गुना, उज्जैन, मंडला, धार, नर्मदापुरम, पचमढ़ी और बैतूल में भी कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। रात में भी बारिश होती रही।