सिवनी, राष्ट्रबाण। मामला सिवनी जिले के अंतर्गत आने वाले थाना केवलारी का है, जहां पर विगत 16 मई की देर रात्रि को ग्राम पारसपानी निवासी दो बघेल युवकों की चाकू मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने चक्का जाम एवं हंगामा किया था, फल स्वरूप संवेदनशील सिवनी पुलिस अधीक्षक हरकत पर आए एवं तत्कालीन थाना प्रभारी बृजेश उइके को हटाकर शिव शंकर रामटेके को थाना प्रभारी केवलारी नियुक्त कर दिया, पुलिस अधीक्षक सिवनी सुनील मेहता के मार्गदर्शन में हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया गया है ,उसके उपरांत ए. एस. संजीव मिश्रा एवं आरक्षक पंकज सोलंकी पर मृतकों के परिजनों ने आरोपियों की मदद करने एवं उनके साथ मिली भगत का आरोप लगाया था, जिसके उपरांत सिवनी पुलिस अधीक्षक द्वारा केवलारी थाना से ए. एस.आई संजीव मिश्रा को भी केवलारी से हटाकर अन्य स्थान पर पदस्थ कर दिया गया , किंतु इसकी क्या वजह है कि आरक्षक पंकज सोलंकी आज भी केवलारी थाने में ही पदस्थ है जबकि मृतकों के परिजनों द्वारा उसकी भी शिकायत की गई थी एवं उसे पर भी हत्या के आरोपियों के साथ मिली भगत कर उनकी मदद करने का आरोप लगाया गया जा चुका है !
क्षेत्रीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते से भी हुई थी शिकायत
हत्या के बाद परिजनों को शोक संवेदना व्यक्त करने ग्राम पारसपानी पहुंचे क्षेत्रीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते से भी परिजनों ने केवलारी थाने में पदस्थ आरक्षक पंकज सोलंकी की शिकायत की थी ,उस पर हत्या की जांच/ विवेचना प्रभावित करने का गंभीर आरोप लगाया था । उसे केवलारी थाना से हटाने के लिए परिजनों ने मांग किया था ,जहां पर क्षेत्रीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते द्वारा सिवनी पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता से बात कर इस विषय पर उन्हें अवगत कराने का आश्वासन दिया गया था । किंतु आज घटना के लगभग 45 दिन बीत चुके हैं किंतु आरक्षक पंकज सोलंकी केवलारी थाने में ही पदस्थ है एवं परिजनों की माने तो हत्या जैसी जघन्य अपराध की विवेचना/जांच को प्रभावित कर रहा है ! जो की एक गंभीर विषय ।
हत्या के आरोपियों से रिश्तेदारी की है आशंका
आपको बता दें कि मृतक के परिजनों की माने तो केवलारी में हुए दोहरे हत्या केस में आरोपी केवलारी निवासी कमल ठाकुर, उसकी पत्नी गायत्री बाई ठाकुर ,उसका बेटा ,बेटी एवं एक अन्य रिश्तेदार को आरोपी बनाया गया है । जो की सभी ठाकुर जाति से आते हैं,केवलारी थाना में आरक्षक के पद पर पदस्थ पंकज सोलंकी भी किरार ठाकुर जाति से संबंध रखते हैं ,जिस वजह से शायद वह आपस में किसी रिश्तेदारी के बंधन में ना बंधे हो, इसी वजह से मृतक के परिजन उसका तबादला अन्य थाना क्षेत्र में करने की मांग कर रहे हैं ।
पंकज सोलंकी का विवादों से है पुराना नाता
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब पंकज सोलंकी पर आरोपियों से मिली भगत करने या किसी मामले में लेनदेन करने का आरोप लगा हो, बल्कि इसके पूर्व भी हिंदू धर्म के खिलाफ एक ईसाई व्यक्ति बाबू मोन पीटर द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी के संबंध में भी आरोपी को भगाने, उसकी मदद करने का आरोप हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाया गया था ! इसके उपरांत बगलई निवासी सतीश बघेल की डंपर में रेत भरने से मौत के विषय पर भी इसका नाम लेनदेन एवं जिसके रेत डंप में सतीश की लाश मिली थी उनके साथ मिली भगत का आरोप मृतक के परिजनों ने उस समय में भी लगाया था । और ऐसे अनेक मामले हैं जिन पर उनके खिलाफ लेन-देन एवं आरोपियों से मिली भगत के आरोप लगाए जाते रहे हैं।
अब देखना होगा की खबर प्रशासन के उपरांत भी सिवनी जिले के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता द्वारा आरक्षक पंकज सोलंकी को केवलारी थाना से अन्य स्थान पर पदस्थ किया जाता है या इन्हें किसी राजनीतिक दबाव या अन्य कारणों से तमाम शिकवा, शिकायत, आशंकाओं के बीच केवलारी थाने में ही पदस्थ रखा जाता है या तो समय की गर्त में छिपा है ।