सिवनी, राष्ट्रबाण। शहर सीमा से लगे ग्राम पंचायत कोहका मानेगांव में बीते कुछ दिनों से हुई जोरदार बारिश के चलते जहां सड़क के किनारे नाली न बनाने के कारण रहवासी खासे परेशान थे लोगों के घरों में पानी घुस रहा था। वही शिकायत के बाद सड़क के किनारे जेसीबी मशीन से नाली की खुदाई तो कर दी गई, लेकिन अब यही गहरी खुदाई रहवासियों के लिए मुसीबत का कारण बन गया है। शुक्रवार को आक्रोशित लोग जमा हुए और समस्या के निराकरण के लिए आवाज उठाई।
रहवासियों ने बताया कि नगर के बारापत्थर क्षेत्र शास्त्री वार्ड सिवनी से मानेगांव जाने वाले सड़क मार्ग के किनारे रह रहे लोगों के घरों में सड़क के किनारे नाली नहीं बनने के चलते बारिश का पानी घरो में घुस रहा था। इस समस्या से निराकरण के लिए रहवासियों ने ग्राम पंचायत कोहका मानेगांव की सरपंच लक्ष्मी मर्सकोले को अवगत कराया। जहां सरपंच ने जेसीबी बुलाकर सड़क के किनारे लगभग 3 से 5 फीट गहरी खुदाई करवा दिया। जिसके चलते बारिश का पानी तो वहां से निकल गया लेकिन अब घरों के सामने हुई खुदाई से लोगों को अपने वाहन निकालने व अंदर रखने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रहवासियों ने बताया कि नाली खुदाई कर दिए जाने के बाद लोगों को अपनी बाइक, कार घर के अंदर लाने ले जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में जनपद पंचायत की सब इंजीनियर शिखा राय को समस्या से अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि यह ग्राम पंचायत का काम नहीं है, पीडब्ल्यूडी का काम है। आप पीडब्ल्यूडी विभाग को अपनी समस्या बताये। वहीं सरपंच लक्ष्मी मर्सकोले का कहना है कि मैंने नाली खुदवा दी हूं और मेरा काम समाप्त हो गया है। अब वह नाली समस्या के समाधान से बड़ी समस्या बन गई है। घर के सामने तीन दिन से गहरी नाली के रूप में हुई खुदाई से रहवासी खासे परेशान हैं, लेकिन कोई जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी निभाने आगे नहीं आ रहा अपितु जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है।
वहीं रहवासियों ने सचिव को पानी समस्या बताने मोबाईल पर संपर्क किया तो सचिव ने फोन नहीं उठाया। रहवासियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि इस समस्या के निराकरण के लिए कोई आगे नहीं आ रहे हैं। वहीं एक मार्ग पर पुलिया डाली तो गई है लेकिन वह भी इतनी गलत ढंग से डाली गई है जिससे लोगों को पैदल निकलना भी दुबार हो रहा है। स्कूल जाने-आने वाले नन्हे बच्चों के पुलिया में गिर जाने का भय भी अलग बना हुआ है। बच्चों को उठाकर पुलिया के ऊपर से इस पार से उस पार कराया जा रहा है जिसमें गिरने का खतरा भी बना रहता है।