जबलपुर, राष्ट्रबाण। जबलपुर में अध्ययन कर रहे छात्रावास के बच्चे सोमवार शाम अचानक फूड पॉइजनिंग कक शिकार हो गए। दरअसल बच्चों ने दाल चावल और कटहल की सब्जी का सेवन किया था जिसके बाद उन्हें उल्टियां होने लगी धीरे-धीरे छात्रावास के 300 बच्चों का स्वास्थ्य खराब होने लगा जिसके बाद अनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया जहां सभी बच्चों की हालत सामान्य बताई जा रही है। जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर दी है। गंभीर अवस्था वाले बच्चों को जिला प्रशासन सहित स्थानीय विधायक ने राज्य सरकार से एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजने की मांग की है। रामपुर छपरा में आदिवासी एकलव्य छात्रावास विद्यालय के करीब 300 बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। इतने बच्चे बीमार होने से छात्रावास में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही आनन-फानन में सभी को निजी विक्टोरिया एवं मेडिकल अस्पताल सहित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिलते ही प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग का अमला भी मौके पर पहुंचा। करीब 60 बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है जबकि इतने ही बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
छात्रावास के बच्चों ने बताया…
रामपुर आदिवासी छात्रावास में करीब 460 बच्चे रहते हैं। बच्चों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर उन्होंने दाल-चावल और कटहल की सब्जी खाई थी। इसे खाने के बाद से उन्हें उल्टियां होने लगी और चक्कर आने लगे। बीमार बच्चों में 8 की हालत नाजुक बताई जा रही है। उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजने की जिला प्रशासन सहित स्थानीय विधायक ने राज्य सरकार से मांग की है।
कांग्रेस ने भाजपा को घेरा…
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्वीट कर राज्य सरकार पर बच्चों के बीमार होने का ठीकरा फोड़ा है। ट्वीट कर उन्होंने कहा कि सोमवार को आदिवासी भाइयों के वोट की जुगाड़ में टंट्या मामा के कथित अवतार शिवराज सिंह चौहान जनजाति नायक शंकरशाह, रघुनाथशाह के बलिदान दिवस कार्यक्रम में जबलपुर पहुंचे थे। अपनी आदत के अनुसार प्राचारवादी सीएम ने खूब झूठी छात्रावास बनाने की घोषणा भी की थी। शाम को आदिवासी छात्रावास में विषाक्त भोजन से करीब 100 बच्चे प्रभावित हुए, जिन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रभावित बच्चों को ना ही एंबुलेंस मिली और ना ही उपचार। इतना ही नहीं दवा के लिए भी बच्चे तरसते रहे। हमारे प्रतिनिधि ने समुचित व्यवस्था की। ईश्वर जल्द बच्चों को स्वस्थ करें।