जबलपुर, राष्ट्रबाण। पिछले 1010 दिन से मां नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन के लिए संत भैयाजी सरकार निराहार रह रहे हैं। ऐसे में रविवार शाम उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें जबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। संत भैयाजी सरकार को कई डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। बताया जा रहा है निराहार रहने के कारण भैयाजी काफी कमजोर हो गए हैं। गौरतलब है कि मां नर्मदा के संरक्षण के लिए संत भैयाजी सरकार ने अन्न का पूरी तरह से त्याग कर दिया है। सिर्फ नर्मदा जल पीकर ही वह जीवन यापन कर रहे हैं। उनके भक्त ने बताया कि भैयाजी सरकार 1010 दिन निराहार व्रत कर रहे हैं। हाल ही में नर्मदा परिक्रमा कर वापस लौटे थे, इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। उनके पेट में दर्द लगातार बना हुआ है। डॉक्टरों ने बताया कि अल्सर होने के कारण उनकी यह स्थिति बनी हुई है। तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उनका उपचार जारी है।
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मां नर्मदा नदी में हो रहे खनन से हैं खफा..
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लगातार 1010 से अपनी जिद पर अड़े संत भैयाजी सरकार के निराहार महाव्रत रखने की वजह यह है कि वह नर्मदा नदी में हो रहे अवैध खनन को रोकने, नर्मदा नदी के संरक्षण, संवर्धन और उसे बचाने के लिए लंबे समय से सरकार और प्रशासन से मांग करते आ रहे हैं। सरकार ने जब इस ओर ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने मां नर्मदा को बचाने के लिए निराहार उपवास करने का प्रण किया।