सिवनी, राष्ट्रबाण। मामला मध्य प्रदेश के अंतर्गत सिवनी जिले की केवलारी तहसील का है, जहां पर प्राप्त जानकारी अनुसार कृषि विकास अधिकारी के रूप में एम. आर. मरावी विगत लगभग 10 वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ है ! ज़िम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इतने वर्षों के अंतराल में उनका किसी भी अन्य स्थान पर तबादला नहीं किया गया ! जबकि अमूमन देखा जाता है कि प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर बनाएं रखने के उद्देश्य से, सिस्टम में अनुशासन लाने ,पारदर्शिता कायम रखने के चलते यह नियम बनाए गए हैं कि किसी भी शासकीय अधिकारी को समय-समय से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पदस्थ किया जाता है । आपको बता दें कि शासकीय अधिकारियों का तबादला एक महत्वपूर्ण निर्णय है ,जो की सरकारी कार्यों को प्रभावी ढंग से चलने में मदद करता है, शासकीय अधिकारियों का तबादला भ्रष्टाचार को रोकने में मदद करता है, जब अधिकारी एक ही स्थान पर लंबे समय तक पदस्थ रहते है तो वह अपने पदों का पद का दुरुपयोग करने की कोशिश कर सकते हैं, और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे सकते हैं । इसीलिए समय-समय पर शासकीय अधिकारियों के तबादले बेहद आवश्यक है ।
किंतु इसकी क्या वजह है कि या यूं कह ले कि आखिरकार केवलारी के वर्तमान प्रभारी कृषि विकास अधिकारी श्री मरावी को किसका संरक्षण प्राप्त है कि उन्हें ज़िम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगभग 10 वर्षों से नियमों को तक पर रखकर एक ही स्थान पर पदस्थ रखा गया है? उनका अन्य स्थान पर तबादला क्यों नहीं किया जा रहा ? अब देखना बेहद दिलचस्प होगा कि मामला सर्जनिक होने के बाद सिवनी जिले की संवेदनशील कलेक्टर महोदया द्वारा मामले को संज्ञान में लेकर इनका तबादला अन्य स्थान पर किया जाता है, या यह यहीं पर पदस्थ रहते हुए सेवानिवृत्त होते हैं यह तो समय की गर्त में छिपा है।
शासकीय योजनाओं को लग रहा पत्तीला
केवलारी क्षेत्र में जन चर्चाओ का बाजार गर्म है कि लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थ रहने से कृषि विकास अधिकारी एम आर मरावी के हौसले बुलंद हैं और वह बेख़ौफ़ होकर धड़ल्ले से अपने कार्यक्षेत्र में भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं ! मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में बनाई गई अनेक योजनाओं का केवल कागजों में ही विधिवत संचालन किया जा रहा है ,जमीनी हकीकत में कहानी कुछ और ही है । जो कि निष्पक्ष एवं उच्चस्तरीय जांच से स्पष्ट हो जाएगी।
खाद बीज विक्रेताओं से हैं मधुर संबंध !
केवलारी क्षेत्र में यह भी जन चर्चा का विषय है कि लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थ रहने की वजह से कृषि विकास अधिकारी केवलारी एम आर मरावी एवं केवलारी क्षेत्र के अनेक खाद्य बीज विक्रेताओं /व्यापारीयों के बीच मधुर संबंध है, जिस वजह से वह खाद बीज विक्रेता अमानक खाद बीज एवं दवाइयां का विक्रय मनमाने दामों में करते हैं ,यूरिया डीएपी के साथ किसानों को अन्य सामग्री लेने के लिए बाध्य करते हैं । और जो किसान इन सब विषयों को लेकर शिकायत करते हैं तो इनके द्वारा उल्टा उन्हें ही परिस्थितियों का हवाला देकर समझाइए दी जाती है ।
निजी वाहन पर लिखा है मध्य प्रदेश शासन
शासन नियमानुसार यदि कोई भी शासकीय कर्मचारी – अधिकारी अपने निजी वाहन पर मध्यप्रदेश शासन या भारत सरकार लिखता है तो यह शासन के नियम विरुद्ध है। इसके बावजूद भी कृषि विकाश अधिकारी केवलारी एम आर मरावी द्वारा अपने निजी चार पहिया वाहन क्रमांक एम पी 22 सी ए 4021 पर मध्यप्रदेश शासन लिखवा है ,जबकि यह शासन के नियमों का खुला उल्लंघन है। इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन द्वारा सूचना भी जारी की जा चुकी है ,लेकिन उसे मात्र एक सूचना मानकर ही एम आर मरावी जी द्वारा अमल नहीं किया जा रहा है। अगर शासन के नियमों की बात की जाए तो ऐसे वाहन मालिक जिनके वाहन किसी शासकीय कार्यालय से अनुबंधित नहीं हैं, और उनके वाहन पर पहले से शासकीय वाहन अथवा मध्य प्रदेश शासन लिखा हुआ है तो उन्हें हटवाना चाहिए। पुलिस विभाग द्वारा समय समय पर चलाए जा रहे अभियान के दौरान अगर कोई वाहन ऐसा पाया जाता है जो विभाग में अनुबंधित नहीं है और उस पर शासकीय वाहन अथवा मध्य प्रदेश शासन लिखा है तो वाहन मालिक के विरुद्ध पुलिस दंडात्मक कार्यवाही करने का प्रावधान हैं।
मुख्यालय छोड़ सिवनी में करते है निवास
प्राप्त जानकारी अनुसार मध्य प्रदेश शासन से आदेश हैं कि सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों को अपने मुख्यालय में रहना अनिवार्य है। मुख्यालय में न रहने पर आसपास के 8 किलोमीटर के एरिया में निवास कर सकते हैं। किंतु बताया जाता है कि केवलारी मुख्यालय छोड़ कृषि विकाश अधिकारी केवलारी एम आर मरावी सिवनी में निवास करते हैं जो कि केवलारी मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इसी वजह से वह कार्यालय प्रतिदिन समय पर नहीं आते, कार्यालय द्वारा संचालन किया जाता है,वह अपने मन मुताबिक समय पर कार्यालय पहुंचते हैं।