मंडला, राष्ट्रबाण। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा एक तरफ 400 पार के नारे लगा रही है लेकिन दूसरी तरफ भाजपा के प्रत्याशी अपनी जीत को लेकर असंजस की स्थिति में है। वजह वर्षो से जनता के विश्वास में खरा न उतरना और सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने तक सिमित रहना। बात मंडला लोक सभा की करे तो फग्गनसिंह कुलस्ते लगातार मंडला लोकसभा से सांसद चुने गए है। केंद्र में मंत्री रहे है किन्तु मंडला जिले की विकास की बात करे तो फग्गनसिंह कुलस्ते की उपलब्धियां शून्य है। 30 वर्षो से अपने आपको आदिवासी नेता बताने वाले फग्गनसिंह कुलस्ते विकास के लिए फिस्सडी नेता के रूप में पहचाने जाते है।
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सड़को के जर्जर हालत
मंडला जिले में 30 सालो से प्रतिनिधित्व कर रहे फग्गनसिंह कुलस्ते के विकास रिपोर्ट कार्ड देखे तो यह बहुत निराशाजनक है। सड़को की हालत बहुत ख़राब है, नेशनल हाइवे की हालत जर्जर है, ग्रामीण क्षेत्रो में सड़को की दशा दयनीय है. सड़को की दुर्दशा मंडला जिला के लिए बड़ी चुनौती है, 30 सालो में सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते के पास बड़ी उपलब्धि नहीं है। सुदूर ग्रामो में आज भी ग्रामीण अच्छी सड़को के लिए तरस रहे है, सड़को की दुर्दशा भी मंडला लोकसभा एक बड़ा मुद्दा है।
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स्वास्थ्य सुविधा भी बदहाल
मंडला जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बात करे तो यह सेवाएं भी ठीक नहीं है। छोटी-छोटी दुर्घटनाओं में भी घायलों को जबलपुर रिफर किया जाता है। अच्छे इलाज की कमी के चलते मंडला वासियो को जबलपुर या नागपुर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बता दें की सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते स्वास्थ्य मंत्री रहते भी मंडला जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई सुधार नहीं करा पाए जिसका भुगतान आज भी मंडला जिले की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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विधानसभा चुनाव हार चुके है फग्गनसिंह
वैसे तो फग्गनसिंह कुलस्ते का मंडला लोकसभा क्षेत्र में दबदबा देखने को मिलता है लेकिन हाल ही में हुए 2023 विधानसभा चुनाव में निवास विधानसभा से भाजपा से प्रत्याशी बने फग्गनसिंह कुलस्ते को कांग्रेस प्रत्याशी चैनसिंह बरकड़े से हार गए। बताया जाता है की मंडला में अब फग्गनसिंह की लोकप्रियता का ग्राफ गिर रहा है यही वजह की की चैनसिंह ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के केंद्रीय मंत्री रहे फग्गनसिंह कुलस्ते को हराने में सफलता हासिल की थी।