जगदलपुर, राष्ट्रबाण: छत्तीसगढ़ के वन और परिवहन मंत्री केदार कश्यप एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उन पर जगदलपुर सर्किट हाउस में एक रसोइए के साथ बदसलूकी और मारपीट का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले ने राज्य की सियासत में हंगामा मचा दिया है। विपक्षी कांग्रेस ने इसे “शर्मनाक” बताते हुए मंत्री के इस्तीफे की मांग की है, जबकि कश्यप ने इन आरोपों को “राजनीतिक साजिश” करार दिया है।
क्या है पूरा मामला?
जगदलपुर सर्किट हाउस में काम करने वाले 36 साल के रसोइए खितेंद्र पांडे ने आरोप लगाया है कि 6 सितंबर को मंत्री केदार कश्यप ने उनसे बदतमीजी की। खितेंद्र के मुताबिक, मंत्री ने अपने सुरक्षाकर्मियों के जरिए उन्हें बुलवाया। बात गेस्ट रूम खोलने को लेकर शुरू हुई, जो जल्दी ही तीखी बहस में बदल गई। खितेंद्र का कहना है कि कश्यप ने उनकी कॉलर पकड़ी, गालियां दीं और धक्का-मुक्की की। इस घटना ने सर्किट हाउस के कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा दिया।
पुलिस ने शुरू की जांच
खितेंद्र ने इस मामले की शिकायत जगदलपुर के कोतवाली थाने में दर्ज कराई। बस्तर पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, हम सभी पक्षों से बात कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान जुटाए जा रहे हैं। सच सामने आने पर उचित कार्रवाई होगी। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने मामले को जल्द सुलझाने का भरोसा दिया है।
कांग्रेस का हमला
कांग्रेस ने इस घटना को बीजेपी सरकार की “गुंडागर्दी” का सबूत बताया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, एक मंत्री का इस तरह का व्यवहार लोकतंत्र के लिए कलंक है। कश्यप को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और पीड़ित से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने इसे विधानसभा में भी उठाने की बात कही है।
कश्यप का जवाब
मंत्री केदार कश्यप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने दावा किया कि ये सब उनकी छवि को खराब करने की साजिश है। कश्यप ने कहा, मैंने किसी के साथ बदसलूकी नहीं की। ये विपक्ष की चाल है, जो मेरे काम को बदनाम करना चाहता है। मैं जांच का स्वागत करता हूं।उनके समर्थकों का कहना है कि ये मामला बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता को रोकने की कोशिश है।
सियासत में उबाल
ये घटना ऐसे समय में हुई है, जब छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच तल्खी चरम पर है। हाल के महीनों में दोनों पार्टियां कई मुद्दों पर आमने-सामने हैं। इस मामले ने सियासी माहौल को और गर्म कर दिया है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि पुलिस की जांच में क्या निकलता है और क्या कश्यप इस विवाद से बच पाएंगे।
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